Open Resident Foreign Currency (Domestic) Account Online | SBI - Personal Banking
निवासी विदेशी मुद्रा (घरेलू) खाता
अब भारतीय निवासी नीचे दिए गए विभिन्न माध्यमों से प्राप्त विदेशी मुद्रा रखने के लिए विदेशी मुद्रा खाता खोल सकता है। खाता अमेरिकी डॉलर(यूएसडी), बिटिश पॉण्ड(जीबीपी) तथा यूरो मुद्रा में रखा जा सकता है।
विशेषताएँ
- यह बिना ब्याज़ का चालू खाता है।
- चैक बुक अथवा एटीएम कार्ड नहीं दिया जाता है।
- आवश्यक न्यूनतम अधिशेष हैः 500 अमेरिकी डॉलर, 250 ब्रिटिश पॉण्ड तथा 500 यूरो ।
- खाते के अधिशेष को निःशुल्क प्रत्यावर्तित (वापिस लौटाना) किया जा सकता है।
पात्रता
- कोई भी व्यक्ति एकल अथवा भारत के निवासी किसी व्यक्ति के साथ संयुक्त रूप से आरएफसी (डी) खाता खुलवा सकता है।
विशेष शर्त
- खाता अधिशेष का परिवर्तनः आरबीआई के दिशानिर्देशों के अनुसार किसी एक कैलेंडर माह में आरएफसी (घरेलू) खाते में प्राप्त सभी जमा राशियों से उपयोग की गई राशि घटाने के बाद बची हुई राशि को, आगामी प्रतिबद्धताओं के समायोजन के पश्चात अगले कैलेंडर माह के अंतिम कार्य दिवस या उससे पहले भारतीय मुद्रा में परिवर्तित (क्रिस्टलाईज) कर दिया जाना चाहिए।
अनुमत जमाएं
यदि आप निम्नलिखित रूप में विदेशी मुद्रा प्राप्त करते हैं:
- भारत में व्यवसाय अथवा किए गए किसी कार्य के अतिरिक्त विदेशी दौरे के दौरान सेवाओं के लिए भुगतान।
- कोई व्यक्ति जो भारत का निवासी न हो तथा भारत की यात्रा पर आया हो उससे दी गईं सेवाओं/ किसी कानूनी देयता निपटान के लिए प्राप्त मानदेय अथवा उपहार अथवा भुगतान।
- भारत के बाहर किसी स्थान की यात्रा के दौरान प्राप्त मानदेय अथवा उपहार।
- किसी रिश्तेदार से प्राप्त उपहार (फेमा दिशानिर्देशों के अधीन)
- विदेश यात्रा के लिए किसी प्राधिकृत व्यक्ति से ली गई विदेशी मुद्रा किसे खर्च न किया गया हो।
- योजना, 2014 के अंतर्गत किसी निवासी खाताधारक द्वारा शेयरों का एडीआर/जीडीआर में परिवर्तन करने पर विनिवेश राशि के रूप में प्राप्त राशि।
- बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकारी द्वारा जीवन बीमा व्यवसाय करने के लिए अनुमत भारत की किसी बीमा कंपनी से विदेशी मुद्रा में निपटान किए गए जीवन बीमा पॉलिसी दावों/ परिपक्वता/ सरेंडर मूल्य आदि से प्राप्त राशि।
अनुमत आहरण
निम्नलिखित के भुगतान के लिए आहरण किए जा सकते हैं:
निम्नलिखित में से कोई चालू खाता लेनदेन
- किसी देश की निजी यात्रा (नेपाल एवं भूटान के अलावा)
- उपहार अथवा दान
- रोजगार के लिए विदेश यात्रा
- आव्रजन
- विदेश में करीबी रिश्तेदारों की देखभाल
- विदेश में चिकित्सा के संबंध में किया गया व्यय
- विदेश में अध्ययन
- कोई अन्य चालू खाता लेनदेन
- व्यापार, किसी सम्मेलन में शामिल होने अथवा विशेषीकृत प्रशिक्षण अथवा चिकित्सा खर्च, अथवा विदेश में स्वास्थ्य जाँच अथवा चिकित्सा/ स्वास्थ्य जांच के लिए विदेश जाने वाले मरीज की देखभाल के लिए उसके साथ जाने का यात्रा करना।
फेमा (अनुमत पूंजी खाता लेनदेन) विनियमन, 2000 के अंतर्गत अनुमत निम्नलिखित पूंजी खाता लेनदेनः
- विदेश में किसी बैंक के पास विदेशी मुद्रा खाता खोलना
- विदेश में संपत्ति खरीदना
- विदेश में निवेश करना- सूचीबद्ध तथा असूचीबद्ध विदेशी कंपनी के शेयरों अथवा डेब्ट लिखतों का अधिग्रहण तथा धारिता।
- अधिसूचना संख्या फेमा 263/RB-2013 दिनांक 5 मार्च, 2013 में निर्धारत नियम एवं शर्तों के अधीन सद्भावपूर्ण व्यवसाय के लिए भारत के बाहर पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी तथा संयुक्त उपक्रम (5 अगस्त 2013 से प्रभावी) स्थापित करना।
- कंपनी अधिनियम, 1956 में परिभाषा अनुसार रिश्तेदार अप्रवासी भारतीयों (एनआरआई) को भारतीय मुद्रा में ऋण सहित ऋण देना।
Last Updated On : Wednesday, 09-02-2022

ब्याज दर
2.70% प्रति वर्ष.
से प्रभावी>3.00% प्रति वर्ष.
10 करोड़ रुपए व अधिक, 15.10.2022 से प्रभावी
6.00%
₹2 लाख तक की ऋण राशि के लिए
8.15%
₹2 लाख से अधिक और ₹6 लाख तक की ऋण राशि के लिए
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