डीमैट सेवाएँ - Personal Banking
डीमैट सेवाएँ
डीमैट सेवाएँ
“आपके डीमैट खाते में अप्राधिकृत लेनदेन रोकें >> डिपॉजिटरी सहभागी के पास अपना मोबाइल मोबाइल नंबर अद्यतन करवाएँ । अपने डीमैट खातों में सभी डेबिट तथा अन्य महत्वपूर्ण लेनदेनों के लिए उसी दिन एनएसडीएल द्वारा सीधे अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर पर अलर्ट प्राप्त करें...... निवेशकों के हित में जारी।”
परिदृश्य
- 01.04.2011 से सभी नए डीमैट खातों तथा ऑनलाइन ट्रेडिंग खातों को एसबीआई कैप सेक्युरिटीज लिमिटेड की बहियों में खोला जाएगा।
- बैंक की बहियों में खुले, मौजूदा खातों को मेंटेन करना बैंक द्वारा किया जाना जारी रहेगा।
इसीलिए नई 3-इन-1 सुविधा में बचत/चालू खाते एसबीआई के पास बने रहेंगे जबकि डीमैट तथा ऑनलाइन ट्रेडिंग खाते एसबीआई कैप सेक्युरिटीज लि. की बहियों में रहेंगे।
फिर भी, एसबीआई के वर्तमान डीमैट ग्राहकों को पहले की तरह एसबीआई से सेवाएँ प्राप्त होना जारी रहेगा। एसबीआई नेशनल सेक्युरिटीज डिपॉजिटरीज लिमिटेड (एनएसडीएल) तथा सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड (सीडीएसएल), दोनों में डिपॉजिटरी सहभागी है तथा 1000 से अधिक शाखाओं के माध्यम से अपनी डीपी गतिविधि का परिचालन कर रहा है। हमारे पावर डीमैट खाते में आपको निम्नलिखित विशेषताएँ ऑफर की जाती हैः
डीमैट खाते की विशेषताएँ एवं लाभ
भौतिक प्रमाणपत्र से डील करने के पुराने तरीके, जिसमें लेनदेन दर्ज होने में देर होती थी, की तुलना में डीमैट रूप में शेयर होल्डिंग तथा ट्रेडिंग के निम्नलिखित लाभ हैः
- खाते का रखरखाव तथा सुरक्षित अभिरक्षाः सिक्यूरिटी अधिशेष को इलेक्ट्रानिक फॉर्म में अनुरक्षित करने की सुविधा
- अमूर्तिकरण(डीमैटीरियलाईजेशनः) भौतिक शेयर प्रमाणपत्र को इलेक्ट्रानिक अधिशेष में बदलने की सुविधा।
- पुन: मूर्तिकरण (रिमैटीरियलाईजेशन) : इलेक्ट्रानिक अधिशेष को भौतिक (शेयर प्रमाणपत्र) फॉर्म में बदलने की सुविधा।
- खाता अंतरणः बाजार/बाजार के इतर ट्रेड के परिणामस्वरूप इलेक्ट्रानिक अधिशेष की डिलिवरी/ प्राप्ति की सुविधा।
- गिरवी/ दृष्टिबंधकः शेयरों के प्रति ऋण/अग्रिम प्राप्त करने के लिए उधारदाताओं को सहयोग करने के लिए उधारकर्ताओं के सिक्यूरिटी अधिशेष को ब्लॉक करने की सुविधा।
- आरंभिक सार्वजनिक ऑफर : कंपनियों के पब्लिक इश्यू के जरिए आबंटन पर डीपी खाते में सिक्यूरिटी अधिशेष के त्वरित तथा सीधे क्रेडिट की सुविधा।
- कॉर्पोरेट लाभों का संवितरणः बोनस तथा राईट्स इश्यू जैसे गैर-मौद्रिक कॉर्पोरेट लाभों के कारण होने वाले सिक्यूरिटी अधिशेष के डीपी खाते में त्वरित तथा सीधे क्रेडिट की सुविधा।
- सेक्यूरिटी उधारः सेक्यूरिटी उधार के माध्यम से आपकी डीमैटीरियलाईज्ड होल्डिंग पर अतिरिक्त आय कमाने की सुविधा।
एसबीआई के साथ डीमैट खाते से आपको निम्नलिखित लाभ उपलब्ध होते हैः
- ग्राहक सेवाः अब आप हमारी समर्पित ग्राहक सेवा 24X7 पर फोन कर सकते हैं तथा सुनिश्चित रहें कि आपकी सभी समस्याओं पर ध्यान दिया जाएगा।
- कहीं भी लेनदेन करेः अब अपने डीमैट खाते में एसबीआई की 1000 से अधिक डीमैट समर्थित शाखाओं में कहीं से भी परिचालन करें।
- ईमेल द्वारा विवरणः अपना खाता विवरण तथा बिल ईमेल से प्राप्त करें।
- डीमैट सेवाएँ ऑनलाइन सुविधाः यह सुविधाजनक तथा कागज़ रहित सुविधा एसबीआई की इंटरनेट बैंकिंग सुविधा www.onlinesbi.com के जरिए आपको अपने घर अथवा कार्यालय के सुविधाजनक माहौल से परिचालित करने में सक्षम करती है।
- ऑनलाइन डीमैट विवरणः अब आप अपना डीमैट खाता विवरण, होल्डिंग्स का विवरण, लेनदेन विवरण तथा बिलिंग विवरण ऑनलाइन देख सकते हैं।
- डिलिवरी अनुदेश पुस्तिका ऑनलाइन ऑर्डर करें- शाखाओं में लंबी कतारों में लगने की आवश्यकता समाप्त हो गई है क्योंकि अब आप अपनी डिलिवरी अनुदेश पुस्तिका ऑनलाइन ऑर्डर कर सकते हैं तथा उसे आपके द्वार पर डिलिवर कर दिया जाएगा।
- आईएसआईएन, निपटान कैलेंडर तथा अनुरोध की स्थिति का ऑनलाइन पता लगाएँ ।
- ईज़-अनुदेशः आप सेक्युरिटीज का अंतरण अथवा उन्हें गिरवी रखना/गिरवी से छुड़ाना ऑनलाइन किसी भी स्थान पर किसी भी समय कर सकते हैं।
- मोबाइल अलर्टः सभी डेबिट/ जमा के लिए अथवा पूरा न किए जा सके किसी अन्य अनुरोध के लिए एसएमएस अलर्ट प्राप्त करें।
- ईज़-ट्रेड@एसबीआईः यदि आप ऑनलाइऩ ट्रेडिंग सुविधा चाहते हैं, तो आप एसबीआईकैप सेक्युरिटीज लिमिटेड के साथ उसे प्राप्त कर सकते हैं। यह सेवा आपको 3-इन-1 खाता उपलब्ध करवाती है जो बचत बैंक खाते, डीमैट खाते तथा ऑनलाइन ट्रेडिंग खाते का एकीकृत प्लेटफॉर्म है तथा आपको सुविधाजनक तथा कागज़ रहित ट्रेडिंग का अनुभव देता है।
पावर डीमैट का अनुभव
हमारे ग्राहक के रूप में आप सर्वश्रेष्ठ के हकदार हैं, और इसीलिए हम अपने पावर डीमैट खाते को प्रस्तुत करते हुए गर्व महसूस करते हैं, जो आपको निम्नलिखित विशेषताएँ ऑफर करता हैः
ग्राहक सेवाः अब आप हमारे समर्पित 24X7 ग्राहक सेवा नंबर पर फोन करें तथा निश्चिंत रहें हम आपकी सभी शिकायतों पर ध्यान देंगे।
कहीं से भी लेनदेन करेः अब एसबीआई की 500 से अधिक डीमैट समर्थित शाखाओं में से कहीं से भी अपने डीमैट खाते को परिचालित करें।
ईमेल द्वारा विवरणः अपना खाता विवरण तथा बिल ईमेल से प्राप्त करें।
डीमैट सेवाएँ ऑनलाइन सुविधाः यह सुविधाजनक तथा कागज़ रहित सुविधा एसबीआई की इंटरनेट बैंकिंग सुविधा www.onlinesbi.com के जरिए आपको अपने घर अथवा कार्यालय के सुविधाजनक माहौल से परिचालित करने में सक्षम करती है।
ऑनलाइन डीमैट विवरणः अब आप अपना डीमैट खाता विवरण, होल्डिंग विवरण, लेनदेन विवरण तथा बिलिंग विवरण ऑनलाइन देख सकते हैं।
डिलिवरी अनुदेश पुस्तिका ऑनलाइन ऑर्डर करें- अब शाखाओं में लंबी कतारों में लगने की आवश्यकता समाप्त हो गई क्योंकि अब आप अपनी डिलिवरी अनुदेश पुस्तिका ऑनलाइन ऑर्डर कर सकते हैं तथा उसे आपके द्वार पर डिलिवर कर दिया जाएगा। .
आईएसआईएन, निपटान कैलेंडर तथा अनुरोध की स्थिति का ऑनलाइन पता लगाएँ ।
ईज़-अनुदेशः आप सेक्युरिटीज का अंतरण अथवा उन्हें गिरवी रखना/गिरवी से छुड़ाना ऑनलाइन किसी भी स्थान पर किसी भी समय कर सकते हैं।
मोबाइल अलर्टः सभी डेबिट/ जमा के लिए अथवा पूरे न किए जा सकने वाले किसी अन्य अनुरोध के लिए एसएमएस अलर्ट प्राप्त करें।
ईज़ेड-ट्रेड@एसबीआईः यदि आप ऑनलाइऩ ट्रेडिंग सुविधा चाहते हैं, तो आप एसबीआईकैप सेक्युरिटीज लिमिटेड के साथ उसे प्राप्त कर सकते हैं। यह सेवा आपको 3-इन-1 खाता उपलब्ध करवाती है जो बचत बैंक खाते, डीमैट खाते तथा ऑनलाइन ट्रेडिंग खाते का एकीकृत प्लेटफॉर्म है तथा आपको सुविधाजनक तथा कागज़ रहित ट्रेडिंग का अनुभव देता है।
“आपके डीमैट खाते में अप्राधिकृत लेनदेन रोकें >> डिपॉजिटरी सहभागी के पास अपना मोबाइल मोबाइल नंबर अद्यतन करवाएँ। अपने डीमैट खातों में सभी डेबिट तथा अन्य महत्वपूर्ण लेनदेनों के लिए उसी दिन एनएसडीएल द्वारा सीधे अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर पर अलर्ट प्राप्त करें...... निवेशकों के हित में जारी।”
ग्राहक सेवा:
ग्राहक सेवा पता :
एसबीआई डीमैट केंद्रीयकृत प्रक्रिया कक्ष,
सीएमसी हाउस, सी-18,
बांद्रा-कुर्ला कॉम्पलैक्स
बांद्रा (पूर्व), मुंबई 400 051.
आईएसडी कोड 91-22
टोलफ्री संख्या 1800 2099 080
फैक्स – सामान्य: 6681 3381
शिकायत निवारण ईमेल पता
grievances.cdsl@sbi.co.in केंद्रीय डिपॉजिटरी सेवाएँ (भारत) लिमिटेड से संबंधित शिकायतों के लिए
grievances.nsdl@sbi.co.in राष्ट्रीय सेक्युरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड से संबंधित शिकायतों के लिए।
खाता ऑनलाइन एक्सेस करें
आप अपना एसबीआई डीमैट खाता www.onlinesbi.com पर ऑनलाइन देख सकते है। आपको बस यह करना है कि अपने डीमैट खाते को पहले से मौजूद इंटरनेट बैंकिंग यूजर आईडी से लिंक करवाना है।
यदि आपने पहले ही अपने डीमैट खाते को इंटरनेट बैंकिंग खाते से लिंक करवा दिया है तो खाते को ऑनलाइन एक्सेस करने के लिए कृपया लॉग-इन करें।
डीमैट स्क्रीन-ई-सेवाएँ पर जाने के लिए
डीमैट स्क्रीन को देखने के लिए जहाँ क्लिक करें
आप www.onlinesbi.com के माध्यम से अपने घर अथवा कार्यालय से अपनी सुविधा के अनुसार निम्नलिखित देख सकते हैः :
- खाता विवरण
- होल्डिंग विवरण
- लेनदेन का विवरण
- बिलिंग विवरण
खाता विवरण
किसी भी दिए गए बीओ/ क्लाइंट आईडी के लिए आपको बीओ/ क्लाइंट आईडी, पीएएन संख्या, संयुक्त धारकों के नाम, खाता प्रकार, बैंक खाता विवरण, नामिती विवरण आदि खाता संबंधित सूचना उपलब्ध करवाता है।
खाता विवरण स्क्रीन देखने के लिए जहाँ क्लिक करें
होल्डिंग विवरण
अमूर्त रूप में रखे सभी स्क्रिप्स का विवरण (जानकारी एवं आईएसआईएन) तथा करंट, फ्री, फ्रोज़न, गिरवी, लॉकइन, इयरमार्क, लंबित डीमैट तथा लंबित रीमैट जैसी होल्डिंग स्थिति पर सूचना उपलब्ध करवाना।
होल्डिंग विवरण स्क्रीन देखने के लिए जहाँ क्लिक करें
लेनदेन का विवरण
आप किसी दिनांक शृंखला को चुनकर अपने खाते में लेनदेन का विवरण देख सकते हैं। परिणामें में स्क्रिप की जानकारी के साथ जमा तथा डेबिट की दिनांक तथा परिणामस्वरूप उपलब्ध अधिशेष की जानकारी दिखाई जाएगी। लेनदेन विवरण की स्क्रीन देखने के लिए जहाँ क्लिक करें
बिलिंग विवरण
आप किसी दिनांक शृंखला को चुनकर अपने खाते में लेनदेन का विवरण देख सकते हैं। परिणामें में स्क्रिप की जानकारी के साथ जमा तथा डेबिट की दिनांक तथा परिणामस्वरूप उपलब्ध अधिशेष की जानकारी प्रदर्शित की जाएगी।
बिलिंग विवरण स्क्रीन देखने के लिए जहाँ क्लिक करें
बिलिंग विवरण जानकारी स्क्रीन देखने के लिए जहाँ क्लिक करें
ऑनलाइन ट्रेडिंग
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) आपको अत्याधुनिक दलाली पद्धति से परिचित करवाता है ताकि सभी दलाली आवश्यकताओं की पूर्ति की जा सके तथा कहीं भी, कभी भी ऑनलाइन निवेश का विश्वस्तरीय अनुभव हो सके। शेयरों की खरीद तथा बिक्री अब केवल एक क्लिक की दूरी पर है।
हमारी मूल्य प्रस्थापना अतुलनीय विशेषज्ञता, अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी और सरल परिचालन पर आधारित है जो भारत के ट्रेडिंग करने की पद्धति को पुनःपरिभाषित करता है। हमारे साथ होने पर आपके पास शोध विशेषज्ञता की ताकत होती है जो सही निर्णय लेने में आपकी सहायता करती है, सरल परिचालन आपको अपने लेनदेनों को निर्बाध रूप से पूरा करने में समर्थ करता है, समय पर सलाह/ सूचना आपको सही अवसर चुनने में सहायता करती है तथा कस्टमाईज्ड ट्रेडिंग अनुभव आपकी आवश्यकताओं तथा मांगों के अनुकूल होता है। इसलिए आगे बढ़ें और अपने तेज, सरल तथा भारत के सबसे बड़े बैंक के साथ झंझटमुक्त ट्रेडिंग अनुभव का लाभ उठाएँ ।
भारतीय स्टेट बैंक, एसबीआई कैप सेक्युरिटीज लिमिटेड के साथ मिलकर आपको एक ऑनलाइन ट्रेडिंग खाता ऑफर करता है जो आपकी सुविधा के अनुसार घर या कार्यालय में बैठकर इंटरनेट के माध्यम से ट्रेडिंग करने का विकल्प देता है। यह सेवा आपको 3-इन-1 खाता उपलब्ध करवाती है जो बचत बैंक खाता, डीमैट खाता तथा ऑनलाइन ट्रेडिंग खाता का एकीकृत मंच है तथा आपको एक ही मंच पर सुविधाजनक तथा कागज़ रहित ट्रेडिंग अनुभव देता है।
एसबीआई कैप सेक्युरिटीज लिमिटेड द्वारा पावर्ड ईज़ेड-ट्रेड@एसबीआई का लाभ उठाएँ
सेवा शुल्क
निवासी खुदरा ग्राहकों तथा कॉर्पोरेटों के लिए संशोधित डिपॉजिटरी सेवा शुल्क
- खाता खोलनाः शून्य
- वार्षिक मेंटेनेंस प्रभारः400/-रु. (ईमेल के जरिए विवरण प्राप्त करने वाले ग्राहकों के लिए 350/-रु. )
- करार स्टैम्प पेपरः 100/- रु. (डीपी तथा बीओ के बीच करार के लिए) अथवा 200/- रु. (यदि ईजेड- अनुदेशों के लिए मुख्तारनामा भी तैयार किया गया हो)
- क्रय - मार्केट एवं ऑफ-मार्केट
- विक्रय - मार्केट एवं ऑफ मार्केट (प्रत्येक आईएसआइएन में लेनदेन मूल्य का %)
- www.sbismart.com/ पर की गई ट्रेडिंग के लिए – शून्य
- इंटरनेट के माध्यम से दिए गए अनुदेशों के लिए (ईज़ेड-अनुदेश) : 0.03% (न्यूनतम 10/- रु.) (सांस्थानिक डीमैट खाते के लिए अधिकतम 1000/- रु.)
- शाखाओं के माध्यम से दिए गए अनुदेशों के लिएः 0.03% (न्यूनतम 30/- रु.) (सांस्थानिक डीमैट खाते के लिए अधिकतम 1000/- रु.)
- Rs. 10 /- रद्द करने/ विफल होने परः
- निष्पादन की दिनांक को, देरी से प्रस्तुत अनुदेशों (ग्राहक के जोखिम पर स्वीकृत) की प्रक्रिया के लिए अतिरिक्त प्रभार
- इंटरनेट के जरिए प्रस्तुत अनुदेशों के लिए (ईज़ेड - अनुदेश): शून्य
- शाखाओं के जरिए प्रस्तुत अनुदेशों के लिएः 10/ : प्रति आईएसआईएन
- डीमैटीरियलाईजेशन
- प्रत्येक अनुरोध फॉर्म के लिएः 35/- रु.
- प्रत्येक परिणाम के लिएः: 2/- रु.
- रीमैटीरियलाईजेशन (प्रत्येक अनुरोध फॉर्म के लिए): 25/-
- खाता बंद करनाः: शून्य
- गिरवी रखना/ गिरवी छुड़ाना/ पुष्टि करना/ लागू करना (प्रत्येक अनुरोध में प्रति आईएसआईएन के लिए मूल्य का %)
- यदि एसबीआई प्रतिपार्टी (काउंटर पार्टी) हो तोः: 0.02% (न्यूनतम 15/- रु.)
- यदि एसबीआई काउंटर पार्टी नहीं हैः : 0.04%(न्यूनतम 30/- रु.)
- अतिरिक्त खाता विवरणः :
- कुरियर द्वा : रु. 30/-
- ईमेल द्वा : शून्य
- अन्य प्रभा :
- एनएसडीएल द्वारा समय-समय पर लागू प्रभार अतिरिक्त रूप से वसूल किए जाएँगे।
- ग्राहक पर लगाए गए पूर्ण शुल्क पर सेवा कर प्रदत्त करना होगा।
- डीमैटीरियलाईजेशन के संबंध में शेयर हैंडल करने के लिए तथा ग्राहकों को भौतिक विवरण डाक द्वारा भेजने के लिए डाक एवं कुरियर प्रभार वसूल किए जाएँ गे।
- सीधे डेबिट अथवा ईसीएस के माध्यम से भुगतान की वसूली करने के असफल प्रयास के लिए 100/- रु. का प्रभार लगाया जाएगा। किसी भी कारण से यदि एसबीआई, ग्राहक से प्रभार वसूल करने में असमर्थ रहता है तो डिपॉजिटरी सेवाएँ रद्द कर दी जाएँगी। ऐसे मामलों में सेवा दोबारा शुरू करने के लिए 250/- रु. का प्रभार लगेगा तथा केंद्रीयकृत प्रक्रिया कक्ष, मुंबई में अनुरोध प्राप्त होने के न्यूनतम तीन दिन बाद सेवाएँ पुनः शुरू की जाएँगी।
- यदि डीमैट खाते को वर्ष के दौरान बंद कर दिया जाता है तो, प्रत्येक पूर्ण तिमाही तथा उसके हिस्से के लिए सेवा शुल्क की कटौती करने के बाद ही वार्षिक सेवा शुल्क यथानुपात लौटाया जाएगा।
डीमैट सेवा शुल्क की वसूलीः ग्राहक को शुल्क की वसूली के लिए एसबीआई को डेबिट प्राधिकरण उपलब्ध करवाना होगा।
घोषणाएँ
बेसिक सर्विसेज डीमैट अकाउंट (बीएसडीए) सेवाएँ
सेबी के दिशानिर्देशों के संबंध में, मौजूदा एसबीआई डीमैट खाताधारक निम्नलिखित शर्तों के अधीन बीएसडीए के लिए विकल्प चुनने के लिए पात्र होंगेः
- शर्तें :
- सभी व्यक्ति जो केवल एक डीमैट खाता रखते हैं या रखने का प्रस्ताव रखते हैं जिसमें वे एकल अथवा प्रथम धारक हों।
- वे व्यक्ति जिनका कोई और डीमैट खाता(ते) हों जिनमें वे प्रथम धारक नहीं हैं, उस एकमात्र डीमैट खाते के संबंध में बीएसडीए के लिए पात्र हैं, जहाँ वे एकल अथवा प्रथम धारक हों।
- कोई भी व्यक्ति सभी डिपॉजिटरियों के लिए अपने नाम पर केवल एक बीएसडीए रख सकता है।
- डीमैट खाते में धारित सेक्युरिटीज का मूल्य किसी भी समय दो लाख रु. से अधिक नहीं होना चाहिए।
- बीएसडीए की सुविधा का विकल्प चुनने वाले सभी बीओ डेबिट लेनदेनों के लिए एसएमएस अलर्ट सुविधा प्राप्त करने के लिए अपना मोबाइल नंबर पंजीकृत करवाएँ ।
प्रभार संरचना निम्नानुसार स्लैब आधार पर होगी
- यदि होल्डिंग का मूल्य 50,000/- रु. तक है तो कोई वार्षिक मेंटेनेंस प्रभार (एएमसी) नहीं लगाया जाएगा।
- होल्डिंग का मूल्य 50,001/- रु. से 2,00,000/- रु. तक होने पर 100/- रु. का एएमसी प्रभारित किया जाएगा।
- यदि किसी भी दिन इस प्रकार के बीएसडीए में होल्डिंग का मूल्य निर्धारित मानदंड से अधिक हो जाता है तो हम उस दिनांक से नियमित खातों पर लागू एएमसी लगाएँगे, जो 400/- रु. प्रति वर्ष (खाता विवरण ईमेल के जरिए भेजे जाने पर 350/- रु.) है।
हम एक नियमित डीमैट खाते को बेसिक सर्विसेज डीमैट खाते(बीएसडीए) में परिवर्तित करने के लिए फॉर्म संलग्न कर रहे हैं, बशर्ते उपर्युक्त सभी शर्तों को पूरा किया गया हो। यदि आप अपने वर्तमान डीमैट खाते को बीएसडीए में परिवर्तित करना चाहते हैं तो कृपया फॉर्म भरकर उसे अपनी डीमैट सेवा शाखा में प्रस्तुत करें ताकि उसे आगे डीपीसीपीसी को प्रस्तुत किया जा सके।
कृपया यह नोट करें कि बीएसडीए के प्रावधान 1 अक्टूबर 2012 से प्रभावी हैं। किसी भी खाते में बकाया सेवा प्रभार, यदि कोई हो, तो बीएसडीए सुविधा प्राप्त करने के लिए उसका तुरंत भुगतान किया जाना चाहिए। यह भी नोट किया जाना चाहिए कि डीमैट खाते को बीएसडीए खाते में परिवर्तित करने के लिए संलग्न फॉर्म में किए गए आपके आवेदन के हमारे द्वारा प्राप्त किए जाने तक आपके डीमैट खाते पर नियमित गैर-बीएसडीए खाते की तरह ही एएमसी प्रभार लगाया जाएगा।
फॉर्म डाउनलोड करें
इन फाइलों को देखने के लिए आपकी मशीन पर एक्रोबेट रीडर इंस्टाल होना चाहिए। इसमें हार्ड डिस्क की लगभग 5 एमबी जगह का इस्तेमाल होगा। एक्रोबेट रीडर डाउनलोड करने के लिए जहाँ क्लिक करें।
इन सेवा अनुरोध फॉर्म को डाउनलोड करने के लिए, नीचे दिए गए लिंक पर राईट क्लिक करें तथा इंटरनेट एक्सप्लोरर में ‘सेव टार्गेट एज’ तथा मोजिला ब्राऊजर में ‘सेव लिंक एज’ चुनें।
बीएसडीए खाते में परिवर्तन के लिए फॉर्म
नया खाता खोलनाः डीमैट तथा ऑनलाइन ट्रेडिंग
इन फाइलों को देखने के लिए आपकी मशीन पर एक्रोबेट रीडर इंस्टाल होना चाहिए। इसमें हार्ड डिस्क की लगभग 5 एमबी जगह का इस्तेमाल होगा। एक्रोबेट रीडर डाउनलोड करने के लिए जहाँ क्लिक करें।
इन सेवा अनुरोध फॉर्म को डाउनलोड करने के लिए, नीचे दिए गए लिंक पर राईट क्लिक करें तथा इंटरनेट एक्सप्लोरर में ‘सेव टार्गेट एज’ तथा मोजिला ब्राऊजर में ‘सेव लिंक एज’ चुनें।
शेयरों के डीमैटीरियलाईजेशन के लिए
शेयरों के रीमैटीरियलाईजेशन के लिए फॉर्म
शेयर गिरवी रखने के लिए फॉर्म
खातों की फ्रीज़िंग/डीफ्रीज़िंग के लिए फॉर्म
खातों को बंद करने के लिए प्रारूप
खाता विवरण में परिवर्तन के लिए फॉर्म
संचार से संबंधित दस्तावेज़
इंटरनेट बैंकिंग/ अलर्ट/ ईमेल से विवरण के लिए फॉर्म
केआरए फॉर्म डाउनलोड करें
- केवाईसी विवरण परिवर्तन फॉर्म (व्यक्तियों के लिए)
- केवाईसी सीवीएल फॉर्म
- कॉर्पोरेट खाते से लिए एनडीएमएल केआरए फॉर्म
- एनडीएमएल केआरए अनुमोदित साक्ष्य फॉर्म
- केवाईसी आवेदन फॉर्म (व्यक्तियों से इतर के लिए)
किसी अन्य फॉर्म अथवा प्रश्न के लिए “हमें ईमेल करें” विकल्प का प्रयोग कर हमें लिखें।
डिजिटल रूप से हस्ताक्षरित विवरण
अब आप ईमेल से विवरण प्राप्त कर सकते हैं। आपके खाते में लेनदेन होने पर आपके द्वारा दी गई ईमेल आईडी पर मासिक विवरण भेजा जाएगा। अन्यथा, तिमाही विवरण भेजा जाएगा। यह वर्तमान एनएसडीएल/सीडीएसएल दिशानिर्देशों के अनुसार है। साथ ही, आयकर विवरणी भरने में आपकी सहायता करने के लिए वार्षिक विवरण की भौतिक प्रति भी आप प्राप्त करेंगे।
ईमेल विवरण को सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 के अंतर्गत एक प्रमाणिकरण प्राधिकारी से प्राप्त डिजिटल हस्ताक्षर द्वारा प्रमाणित किया जाएगा। यह आपको इस बात का सत्यापन करने में सहायता करता है कि विवरण भारतीय स्टेट बैंक द्वारा ही भेजा गया है तथा उसकी सामग्री में संप्रेषण के दौरान कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। कृपया नोट करें कि विवरण साधारण ईमेल द्वारा भेजे जाते हैं तथा इंटरनेट के जरिए किसी भी ईमेल संप्रेषण के जितने ही सुरक्षित हैं। चूंकि ईमेल संचार एन्क्रिप्टेड नहीं है, इसलिए यह अनिवार्यतः अप्राधिकृत एक्सेस से सुरक्षित नहीं है।
सुविधा के लिए सब्सक्राईब करने अथवा अपनी ईमेल आईडी अद्यतन करने के लिए कृपया “मोबाइल अलर्ट/ ईमेल के जरिए विवरण प्राप्त करने के लिए सब्सक्रिप्शन फॉर्म” को भरकर फॉर्म में दिए गए पते पर भेजें। आप डीमैट सेवाएँ ऑफर करने वाली निकटतम एसबीआई शाखा में भी इसे प्रस्तुत कर सकते हैं।
यह भी नोट किया जाए कि ईमेल के जरिए विवरण प्राप्त करने के लिए पंजीकृत होने पर अगली बार से वार्षिक मेंटेनेंस प्रभार 50/- प्रति वर्ष कम हो जाता है।
प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न
सामान्य
डिपॉजिटरी क्या है?
डिपॉजिटरी एक संगठन है जो निवेशकों के अनुरोध पर एक पंजीकृत डिपॉजिटरी सहभागी के जरिए निवेशकों की सेक्युरिटीज को इलेक्ट्रॉनिक रूप में धारित करता है। यह प्रतिभूतियों में लेनदेनों से संबंधित सेवाएँ भी उपलब्ध करवाता है।
कोई डिपॉजिटरी बैंक के समान कैसे है?
इसकी तुलना ऐसे बैंक से की जा सकती है जो जमाकर्ताओं की निधि धारित करता है। बैंक तथा जमाकर्ताओं के बीच समानता निम्नलिखित सारणी में दी गई हैः
सेबी के पास कितनी डिपॉजिटरियां पंजीकृत हैं?
वर्तमान में दो डिपॉजिटरियां अर्थात केंद्रीय डिपॉजिटरी सेवाएँ (I) लिमिटेड (सीडीएसएल) तथा नेशनल सेक्युरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) सेबी के लिए पंजीकृत हैं।
डिपॉजिटरी सहभागी कौन होता है?
डिपॉजिटरी सहभागी (डीपी) डीपॉजिटरी का एक एजेंट होता है जिसके माध्यम से यह निवेशक से इंटरफेस करता है। कोई डीपी सेबी से उचित पंजीकरण प्राप्त करने के बाद ही डिपॉजिटरी सेवाएँ प्राप्त कर सकता है। बैंकिंग सेवाएँ शाखा के माध्यम से प्राप्त की जा सकती हैं जबकि डिपॉजिटरी सेवाएँ डीपी के माध्यम से प्राप्त की जा सकती हैं।
किसी डिपॉजिटरी के लिए आवश्यक न्यूनतम निवल मूल्य क्या है?
डिपॉजिटरी के लिए सेबी द्वारा निर्धारित न्यूनतम निवल मूल्य 100 करोड. रुपए हैं।
सेबी के पास कितने डिपॉजिटरी सहभागी पंजीकृत हैं?
दिनांक 31.03.2006 के अनुसार सेबी के पास कुल 538 डीपी पंजीकृत हैं। डीपी की सूची तथा उनके पते सेबी की वेबसाइट से डाउनलोड किए जा सकते हैं।
क्या पूंजी बाजार में ट्रेड करने के लिए डिपॉजिटरी खाता खोलना प्रत्येक निवेशक के लिए अनिवार्य है?
बीएसई तथा एनएसई में उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, 99.9% निपटान डीमैट रूप में ही किए जाते हैं। इसलिए डीमैट रूप के माध्यम से निपटान में होने वाली सुविधा को देखते हुए यह सलाह दी जाती है कि एक्सचेंज में ट्रेड करने के लिए लाभान्वित स्वामी (बीओ) का खाता खोला जाए।
डिपॉजिटरी सेवाएँ प्राप्त करने के लाभ क्या हैं?
लाभ नीचे बताए गए हैं:-
- सेक्युरिटीज होल्डिंग का एक सुरक्षित व सरल तरीका
- सेक्युरिटीज का त्वरित अंतरण
- सेक्युरिटीज के अंतरण पर स्टैम्प शुल्क नहीं
- भौतिक प्रमाण पत्रों से संबंधित जोखिम, जैसे अनुपयुक्त दस्तावेज़ों की सुपुर्दगी, फर्जी सेक्युरिटीज, देरी, चोरी इत्यादि का समाप्त होना।
- प्रतिभूतियों के अंतरण में शामिल कागज़ी कार्यवाही कम करना
- लेनदेन लागत में कमी
- सामूहिक बिक्री की समस्या नहीं, केवल एक शेयर भी बेचा जा सकता है
- नामांकन सुविधा
- डीपी के पास पंजीकृत पते में परिवर्तन उन सभी कंपनियों के पास पंजीकृत हो जाता है जिनमें निवेशक सेक्यूरिटी धारक है, तथा इस प्रकार प्रत्येक कंपनी से अलग-अलग पत्राचार करने की आवश्यकता समाप्त हो जाती है।
- सेक्युरिटीज का संचार डीपी द्वारा किया जाता है जिससे कंपनियों के साथ पत्राचार करने की आवश्यकता नहीं रहती।
- बोनस/ स्पिलट/ समेकन/ विलय इत्यादि के कारण अर्जित क्रेडिट शेयरों के डीमैट खाते में स्वतः अंतरित हो जाता है।
- एक ही खाते में ईक्वटी तथा जमा लिखतों में निवेश की होल्डिंग।
खाता खोलना एवं परिचालन
किसी डिपॉजिटरी की सेवाएँ कैसे प्राप्त की जा सकती हैं?
किसी डिपॉजिटरी की सेवाएँ प्राप्त करने के लिए निवेशक को किसी भी डिपॉजिटरी के डिपॉजिटरी सहभागी के पास अपना खाता खुलवाना होता है।
उसके लिए सबसे पहले निवेशक को डीपी से संपर्क कर खाता खोलने का फॉर्म भरना होता है।
खाता खोलने के फॉर्म के साथ सेबी द्वारा निर्धारित पहचान साक्ष्य तथा पता साक्ष्य के रूप में किसी एक अनुमोदित दस्तावेज़ की प्रति होनी चाहिए। इसके अलावा खाता खोलने के समय पीएएन कार्ड की मूल प्रति दिखाना 1 अप्रेल, 2006 से अनिवार्य कर दिया गया है।
सभी आवेदकों को डिपॉजिटरी सहभागी के प्राधिकृत अधिकारी द्वारा उसके हस्ताक्षर से सत्यापन के लिए मूल दस्तावेज़ भी अपने साथ रखने चाहिए।
आगे, निवेशक को डिपॉजिटरी के निर्धारित प्रारूप में डीपी के साथ करार करना होता है, जो निवेशक तथा डीपी के अधिकारों तथा दायित्व का उल्लेख करता है। डीपी द्वारा निवेशक को भविष्य में संदर्भ के लिए करार की एक प्रति तथा प्रभार अनुसूची उपलब्ध करवानी चाहिए। डीपी सिस्टम में खाता खोलेगा तथा एक खाता संख्या देगा, जिसे बीओ आईडी (लाभान्वित स्वामी पहचान संख्या) भी कहा जाता है।
डीपी 30 दिनों की अग्रिम नोटिस देकर प्रभार में संशोधन कर सकता है। सेबी ने अपने परिपत्र दिनांकित 28 जनवरी 2005 के माध्यम से खाता खोलने के प्रभार, सेक्युरिटीज के जमा के लिए लेनदेन प्रभार तथा अभिरक्षा प्रभार हटाकर डीमैटीरियलाईजेशन के लिए लागत संरचना को युक्तिसंगत किया है।
उसी डिपॉजीटरी के अन्य डीपी अथवा अन्य डिपॉजिटरी को अंतरित किए जाने के मामले में, डीपी पर डिपॉजिटरी द्वारा तथा इसी प्रकार डीपी द्वारा लाभान्वित स्वामी (बीओ) पर कोई प्रभार नहीं लगाए जाएँगे, बशर्ते अंतरिती डीपी तथा अंतरणकर्ता डीपी के बीओ खाते एकसमान हों यानी सभी पहलु समान हों। अंतरणकर्ता डीपी के बीओ खाते के संयुक्त खाता होने के मामले में अंतरिती डीपी के पास भी बीओ खाता, स्वामित्व के उसी क्रम में, संयुक्त खाता होना चाहिए।
खाता खोलने के समय किसी निवेशक को अपना बैंक खाता विवरण क्यों देना चाहिए?
यह निवेशक के हितों की रक्षा के लिए है। बैंक खाता संख्या ब्याज अथवा लाभांश वारंट पर उल्लिखित होगा, ताकि ऐसे वारंट किसी अन्य व्यक्ति द्वारा नकदीकृत न किए जा सकें। आगे, नकदी कॉर्पोरेट लाभ, जैसे लाभांश, ब्याज भी, जहाँ कहीं भी लागू हों, कंपनी द्वारा निवेशक के खाते में सीधे ईसीएस (इलेक्ट्रानिक समाशोधन सेवा) के माध्यम से जमा कर दिए जाएँगे।
क्या निवेशक अपने बैंक खाते के विवरण में परिवर्तन कर सकता है?
जी हाँ। चूंकि डिपॉजिटरी सिस्टम में सेक्युरिटी अधिशेष पर मौद्रिक लाभ का भुगतान, खाता खोलते समय निवेशक द्वारा उपलब्ध करवाए गए बैंक खाता विवरण के अनुसार किया जाता है, निवेशक को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उसके पश्चात बैंक खाते में होने वाले परिवर्तन के बारे में डीपी को सूचित किया जाए।
निवेशक का पता बदलने पर क्या किया जाना चाहिए?
निवेशक को इसके बारे में तुरंत अपने डीपी को बताना चाहिए, जो सूचना प्राप्त होने पर रिकॉर्ड अद्यतन करता है। इससे विभिन्न कंपनियों को सूचित करने की आवश्यकता समाप्त हो जाएगी।
क्या एक से अधिक खाते खोले जा सकते हैं?
जी हाँ। एक निवेशक एक ही डीपी अथवा विभिन्न डीपी के पास एक ही नाम से एक से अधिक खाते खोल सकता है।
क्या निवेशक को अपने खातों में सेक्युरिटीज का न्यूनतम अधिशेष रखने की आवश्यकता है?
जी नहीं। .
क्या यह आवश्यक है कि जिस डीपी के पास दलाल का खाता है, उसी डीपी के पास खाता खुलवाया जाए?
जी नहीं। निवेशक अपनी डिपॉजिटरी/डीपी का चयन अपनी सुविधा अनुसार कर सकता है चाहे दलाल की डीपी कोई भी हो।
क्या कोई निवेशक विभिन्न स्वामित्व पद्धतियों, जैसे वैयक्तिक रूप से रखी गईं सेक्युरिटीज तथा अन्य व्यक्तियों के साथ संयुक्त रूप से रखी गईं सेक्युरिटीज के लिए एक ही खाता खोल सकता है?
जी नहीं। डीमैट उसी स्वामित्व पद्धति में खोला जाना चाहिए जिसमें प्रतिभूतियों को भौतिक रूप में रखा गया हो, उदाहरण के लिए, यदि एक शेयर प्रमाण पत्र व्यक्तिगत नाम पर है तथा दूसरा किसी अन्य के साथ संयुक्त रूप में, तो दो अलग खाते खोलने होंगे।
यदि किसी के पास एक ही संयुक्त नामों में भौतिक प्रमाण पत्र हों, किंतु नामों का क्रम अलग हो, उदा. के लिए, कुछ प्रमाण पत्रों में ‘ए’ प्रथम धारक हो तथा ‘बी’ द्वितीय धारक हो, तथा अन्य प्रमाण पत्रों में ‘बी’ प्रथम धारक तथा ‘ए’ द्वितीय धारक हो, तो क्या किया जाना चाहिए?
इस मामले में निवेशक केवल एक ही खाता खोल सकता है जिसमें ‘ए’ तथा ‘बी’ खाताधारक हों तथा डीमैटीरियलाईजेशन के लिए नामों के विभिन्न क्रम वाले सेक्युरिटी प्रमाण पत्र उस एक खाते में ही रख सकते हैं। “ट्रांसपोर्टेशन सह डीमैट फॉर्म” नामक एक अतिरिक्त फॉर्म भरा जाना होगा। इससे आपको नामों का क्रम बदलने तथा सेक्युरिटीज को डीमैटीरियलाईज करने में सहायता प्राप्त होगी।
क्या बैंक खाते की तरह ही कोई निवेशक “कोई भी अथवा उत्तरजीवी” आधार पर संयुक्त खाता खुलवा सकता है?
जी नहीं। बैंक खाते की तरह डीमैट खाता “कोई भी अथवा उत्तरजीवी” आधार पर परिचालित नहीं किया जा सकता है।
क्या मुख़्तारनामा के आधार पर बीओ की ओर से कोई अन्य खाते को परिचालित कर सकता है?
जी हाँ। यदि बीओ मुख़्तारनामा निष्पादित कर तथा उसे डीपी को प्रस्तुत कर किसी व्यक्ति को खाता परिचालित करने के लिए प्राधिकृत करता है तो, वह व्यक्ति बीओ की तरफ से खाते को परिचालित कर सकता है।
क्या खाता खोलने के पश्चात खाताधारकों का नाम जोड़ने अथवा हटाने की अनुमति है?
जी नहीं। किसी बीओ खाते के खाताधारकों का नाम नहीं बदला जा सकता है। यदि जोड़ने अथवा हटाने से किसी परिवर्तन को प्रभावी करना हो तो वांछित होल्डिंग पद्धति (नामों) के साथ एक नया खाता खोलकर सेक्युरिटीज को नए खाते में अंतरित किया जा सकता है। पुराने खाते को बंद किया जा सकता है।
क्या कोई निवेशक किसी एक डीपी के पास अपना डीमैट खाता बंद करवा कर अपनी सारी सेक्युरिटीज किसी अन्य डीपी के पास के दूसरे खाते में अंतरित करवा सकता है?
जी हाँ। निवेशक खाता खोलने का अनुरोध निर्धारित प्रारूप में अपनी डीपी को प्रस्तुत कर सकता है। डीपी अनुदेशों के अनुसार उसके खाते में पड़ी सेक्युरिटीज को अंतरित कर डीमैट खाते को बंद कर देगा।
खाता बंद करने तथा उसके कारण होने वाले सेक्युरिटीज के अंतरण के लिए क्या प्रभार हैं?
सेबी ने परिपत्र संख्या एमआरडी/ डीओपी/ विभाग/ परिपत्र-22/ 05 दिनांकित 09, 2005 के माध्यम से यह सूचित किया है कि जनवरी 09, 2006 से किसी बीओ द्वारा अपने खाते में पड़ी सभी सेक्युरिटीज को उसी डीपी की अन्य शाखा अथवा उसी डिपॉजीटरी के अन्य डीपी अथवा अन्य डिपॉजिटरी को अंतरित किए जाने के मामले में, डीपी पर डिपॉजिटरी द्वारा तथा इसी प्रकार डीपी द्वारा लाभान्वित स्वामी (बीओ) पर कोई प्रभार नहीं लगाए जाएँगे, बशर्ते अंतरिती डीपी तथा अंतरणकर्ता डीपी के बीओ खाते एक समान हों यानी सभी पहलु समान हों। अंतरणकर्ता डीपी के बीओ खाते के संयुक्त खाता होने के मामले में अंतरिती डीपी के पास भी बीओ खाता, स्वामित्व के उसी क्रम में, संयुक्त खाता होना चाहिए।
ऊपर उल्लिखित मानदंडों को पूरा न करने वाले, खाता बंद करने के परिणामस्वरूप होने वाले अन्य सभी सेक्युरिटी अंतरण किसी अन्य लेनदेन की तरह ही माने जाएँगे तथा बीओ तथा डीपी द्वारा स्वीकृत प्रभार अनुसूची के अनुसार उनपर प्रभार लगाया जाएगा।
क्या निवेशक अपने खातों को फ्रीज अथवा लॉक कर सकते हैं?
निवेशक यदि चाहें तो अपने खाते को एक निर्धारित अवधि के लिए फ्रीज़ अथवा लॉक कर सकते हैं। खातों को डेबिट (खाते के बाहर सेक्युरिटीज के अंतरण को रोकने के लिए) अथवा क्रेडिट्स (खाते में किसी प्रकार के परिचालन को रोकने के लिए) अथवा दोनों के लिए फ्रीज़ किया जा सकता है।
अपने हस्ताक्षर में परिवर्तन को मैं एसबीआई डीमैट खाते में किस प्रकार पंजीकृत करवा सकता हूँ?
आपको लिखित में अनुरोध देना होगा। आपको अपने हस्ताक्षर का अपने बैंकर द्वारा साक्ष्यांकन भी करवाना होगा, जिसके पास लाभांश की प्राप्ति के लिए निर्धारित आपका बैंक खाता है।
डीमैटीरियलाईजेशन
डीमैटीरियलाईजेशन क्या है?
डीमैटीरियलाईजेशन वह प्रक्रिया है जिसमें किसी निवेशक के भौतिक शेयर इलेक्ट्रानिक रूप में समान संख्या की सेक्युरिटीज में परिवर्तित किए जाते हैं तथा निवेशक के डीपी के पास उसके खाते में जमा कर दिए जाते हैं।
कोई व्यक्ति भौतिक होल्डिंग को इलेक्ट्रानिक होल्डिंग में किस प्रकार परिवर्तित कर सकता है यथा सेक्युरिटीज को डीमैटीरियलाईज कैसे करता है?
भौतिक सेक्युरिटीज को डीमैटीरियलाईज करने के लिए व्यक्ति को डीपी के पास उपलब्ध डीआरएफ (डीमैट अनुरोध फॉर्म) भरना होगा तथा उसे डीमैटीरियलाईज किए जाने वाले भौतिक प्रमाण पत्रों के साथ प्रस्तुत करना होगा। प्रत्येक आईएसआईएन संख्या के लिए अलग डीआरएफ भरना होगा। डीमैटीरियलाईजेशन की पूरी प्रक्रिया नीचे दी गई हैः
- अपने डिपॉजिटरी सहभागी के पास डीमैटीरियलाईजेशन के लिए प्रमाण पत्र जमा करें।
- डिपॉजिटरी सहभागी सिस्टम के माध्यम से अनुरोध के बारे में डिपॉजिटरी को सूचित करता है।
- डिपॉजिटरी सहभागी जारीकर्ता कंपनी के रजिस्ट्रार को प्रमाण पत्र प्रस्तुत करता है।
- रजिस्ट्रार डिपॉजिटरी से डीमैटीरियलाईशेन अनुरोध प्राप्त होने की पुष्टि करता है।
- प्रमाण पत्रों को डीमैटीरियलाईज करने के बाद, रजिस्ट्रार खाते का अद्यतन करता है तथा डीमैटीरियलाईजेशन पूर्ण होने के बारे में डिपॉजिटरी को सूचित करता है।
- डिपॉजिटरी अपने खातों को अद्यतन करती है तथा डिपॉजिटरी सहभागी को सूचित करती है।
- डिपॉजिटरी सहभागी निवेशक के डीमैट खाते का अद्यतन करता है।
आईएसआईएन क्या है?
आईएसआईएन (इंटरनेशनल सेक्युरिटीज आईडेंटिफिकेशन नंबर) किसी सेक्युरिटी के लिए विशिष्ट पहचान संख्या है।
क्या ऑड लॉट शेयर डीमैटीरियलाइज किए जा सकते हैं?
हाँ। ऑड लॉट शेयर प्रमाण पत्र भी डीमैटीरियलाईज किए जा सकते हैं।
क्या डीमैटीरियलाईज किए गए शेयरों की कोई विशिष्ट संख्या होती है?
डीमैटीरियलाईज किए गए शेयरों की कोई विशिष्ट संख्या नहीं होती। यह शेयर प्रतिमोच्य होते हैं, जिसका अर्थ यह है कि सेक्युरिटी विशेष की होल्डिंगस समान तथा अंतःपरिवर्तनीय होंगी।
क्या इलेक्ट्रानिक होल्डिंगस को पुनः भौतिक प्रमाण पत्रों में बदला जा सकता है?
जी हाँ। इस प्रक्रिया को रीमैटीरियलाईजेशन कहते हैं। यदि कोई अपनी सेक्युरिटीज को वापस भौतिक रूप में करना चाहता है तो उसे आरआरएफ (रीमैट अनुरोध फॉर्म) भरना होगा तथा अपने डीपी से उसके सेक्युरिटी खाते में उपलब्ध अधिशेष के रीमैटीरियलाईजेशन के लिए अनुरोध करना होगा। रीमैटीरियलाईजेशन की प्रक्रिया निम्नलिखित होगीः
- व्यक्ति रीमैटीरियलाईजेशन के लिए अनुरोध करता है।
- डिपॉजिटरी सहभागी सिस्टम के माध्यम से अनुरोध के बारे में डिपॉजिटरी को सूचित करता है।
- डिपॉजिटरी रीमैटीरियलाईजेशन अनुरोध की प्राप्ति के बारे में रजिस्ट्रार को पुष्टि करता है।
- रजिस्ट्रार खातों का अद्यतन कर प्रमाण पत्र मुद्रित करता है।
- डिपॉजिटरी खातों का अद्यतन कर डिपॉजिटरी सहभागी को विवरण भेजती है।
- रजिस्ट्रार निवेशक को प्रमाणपत्र भेजता है।
क्या मैं अपने सभी डिपॉजिटरी पात्र खाते एक ही खाते के माध्यम से डीमैटीरियलाईज करवा सकता/सकती हूँ?
जी हाँ। आप एक ही खाते में जमा अपनी सभी सेक्युरिटीज को डीमैटीरियलाईज करवा सकते हैं बशर्ते सेक्युरिटीज के धारक एक समान हों।
क्या मैं बैंक, जो एक डीपी भी है, के पास गिरवी रखे शेयरों को भी डीमैटीरियलाईज करवा सकता/सकती हूँ?
जी हाँ। जिस बैंक के पास आपके शेयर गिरवी रखे हैं, आप उसकी अनुमति से ऐसा करवा सकते हैं।
विवाहपूर्व नामों के शेयरों को किस प्रकार डीमैट करवाया जा सकता है?
ऐसे मामलों में आपको डीमैट के लिए शेयर देते समय, डीमैट अनुरोध फॉर्म (डीआरएफ) के साथ विवाह प्रमाण पत्र की प्रमाणित प्रति भी प्रस्तुत करनी होगी। साथ ही नया साक्ष्यांकित नमूना हस्ताक्षर उपलब्ध करवाएँ ।
मुझे डीमैट अनुरोध फॉर्म किस प्रकार प्राप्त हो सकता है?
हम आपको एक रिक्त डीमैटीरीयलाईजेशन अनुरोध फॉर्म (डीआरएफ) ईमेल कर सकते हैं अथवा डीमैट सेवाएँ ऑफर करने वाली एसबीआई शाखाओं में भी डीआरएफ फॉर्म उपलब्ध हैं।
डीमैटीरियलाईजेशन अनुरोध फॉर्म /a>
- यह सुनिश्चित करें कि प्रमाण पत्रों पर उल्लिखित सेक्युरिटीज डीमैट के लिए पात्र हों। डीमैट के लिए पात्र होने के लिए, कंपनी को सीडीएसएल/एनएसडीएल के साथ साइन अप करना होगा। आप डीमैट सेवाएँ ऑफर करने वाली नजदीकी एसबीआई शाखा से पात्रता के बारे में पता कर सकते हैं।
- विशिष्ट इंटरनेशनल सेक्युरिटी आईडेंटिफिकेशन संख्या (आईएसआईएन) के लिए एक पृथक्क डीआरएफ का इस्तेमाल करें। प्रमाण पत्रों का ध्यान से सत्यापन करें तथा सही आईएसआईएन का उल्लेख करें। एक ही सेक्युरिटी के दो अथवा उससे अधिक प्रमाण पत्रों के सेट के अलग-अलग आईएसआईएन होने के मामले में (यह आंशिक रूप से प्रदत्त शेयरों तथा गैर-द्वितियक प्रभार शेयरों के मामले में संभव है), प्रत्येक आईएसआईएन के लिए अलग-अलग डीआरएफ का प्रयोग करें। फिर भी, आप एक ही डीआरएफ के अंतर्गत एक ही आईएसआईएन से संबंधित धारकों की एक पद्धति के अनेक फोलियो संख्या को डीमैटीरियलाईज कर सकते हैं।
- पृथक डीआरएफ के अंतर्गत लॉक-इन के तहत प्रमाण पत्र प्रस्तुत करें। इसे निःशुल्क सेक्युरिटीज के साथ न मिलाएँ। लॉक्ड-इन प्रतिभूतियों के मामले में, डीआरएफ में लॉक-इन कारण तथा लॉक-इन समाप्ति दिनांक भरें। लॉक-इन सेक्युरिटीज के उसी आईएसआईएन का होने, परंतु अलग-अलग लॉक इन रिलीज दिनांक अथवा लॉक-इन कारण होने पर, अलग-अलग डीआरएफ अनुरोध बनाएँ ।
- ग्राहक (कों) से प्राप्त उन डीमैट अनुरोधों को स्वीकार किया जा सकता है जिनके नाम, प्रमाण पत्र में उल्लिखत नामों से केवल इसलिए मेल नहीं खाते हैं क्योंकि आद्याक्षर पूरी तरह से नहीं लिखे गए हैं अथवा उपनाम के पहले या बाद में लिखे गए हैं। फिर भी, यह केवल तभी संभव है जब डीआरएफ में ग्राहक के हस्ताक्षर जारीकर्ता अथवा उसके रजिस्ट्रार के पास उपलब्ध नमूना हस्ताक्षर से मेल खाते हों। उदाहरण के लिएः शेयरधारक ने विलास विशुपति जोशी के नाम से डिपॉजिटरी खाता खुलवाया हो लेकिन शेयर प्रमाण पत्र में उसका नाम वी.वी.जोशी अथवा विलास वी. जोशी इत्यादि लिखा हो।
- Tडीआरएफ में तथा प्रमाण पत्रों में मुद्रित धारकों के संयुक्त नाम तथा क्रम डीपी खाते में दिए गए संयुक्त नाम तथा क्रम से मेल खाना चाहिए। उदाहरण के लिए यदि शेयर एक्स तथा वाई के नाम पर हैं (एक्स प्रथम धारक तथा वाई द्वितीय धारक) तो उसे केवल एक्स अथवा केवल वाई के ही खाते में डीमैटीरियलाईज नहीं किया जा सकता है। साथ ही यदि शेयर केवल एक्स के नाम पर हों, तो उन्हें एक्स तथा वाई (एक्स प्रथम धारक तथा वाई द्वितीय धारक) के खाते में डीमैटीरियलाईज नहीं किया जा सकता है।
- फिर भी, जहाँ धारकों का संयोजन प्रमाण पत्रों तथा डीमैट खाते में एक समान हो, तथा अंतर केवल शेयर प्रमाण पत्र तथा डीमैट खाते में लिखे धारक के नाम में ही हो, तो डीमैटीरियलाईजेशन संभव है। जहाँ, आपको डीआरएफ के साथ एक ट्रांसपोजिशन अनुरोध फॉर्म प्रस्तुत करना होगा। डीआरएफ के साथ प्रस्तुत करने के लिए हम आपको एक रिक्त ट्रांसपोजिशन अनुरोध फॉर्म ईमेल कर सकते हैं। यह फॉर्म डीमैट शाखाओं में भी उपलब्ध है।
- डीआरएफ पर सभी खाताधारकों के हस्ताक्षर होने चाहिए तथा समान क्रम में होने चाहिए। डीआरएफ पर हस्ताक्षर एसबीआई बैंक में उपलब्ध नमूना हस्ताक्षर से मेल खाने चाहिए। यदि हस्ताक्षर अलग हो, तो आपको शाखा अधिकारी की उपस्थिति में डीआरएफ पर हस्ताक्षर करने चाहिए। यदि आपको संदेह हो कि डीआरएफ पर किए गए हस्ताक्षर, रजिस्ट्रार के पास पंजीकृत हस्ताक्षर से मेल नहीं खाते, तो आप डीआरएफ पर किए गए हस्ताक्षर को अपने बैंकर द्वारा साक्ष्यांकित करवा सकते हैं।
- फोलियो संख्या, प्रमाण पत्र संख्या तथा विशिष्ट संख्या इत्यादि प्रमाण पत्रों का विवरण डीआरएफ में सही भरा जाना चाहिए।
फॉर्म कैसे प्रस्तुत किया जाना चाहिए?
- आपको संबंधित प्रमाण पत्रों के साथ डीआरएफ डुप्लीकेट में प्रस्तुत करना है। आप डीआरएफ को, डीमैट सेवाएँ ऑफर करने वाली किसी भी एसबीआई की शाखा में प्रस्तुत कर सकते हैं। सुनिश्चित करें कि प्रमाण पत्र उसी क्रम में संलग्न हैं, जिस क्रम में डीआरएफ में उल्लेख किया गया है।
- बैंक अधिकारी द्वारा सत्यापन के पश्चात फॉर्म के नीचे दी गई पावती पर्ची पर स्टैंप लगा कर आपको सौंपा जाएगा।
डीमैट खाते में जमा कैसे प्राप्त होगा?
- बैंक द्वारा क्षत-विक्षत शेयरों को डीआरएफ के साथ रजिस्ट्रार के पास भेजा जाएगा जो उसके बाद ग्राहक के खाते में जमा करेगा। रजिस्ट्रार द्वारा पुष्टि किए जाने के बाद खाते में शेयरों को जमा करने में सामान्यतः 30 दिन लगते हैं। फिर भी, इसमें लगने वाला समय रजिस्ट्रार पर निर्भर करता है तथा इस पर बैंक का कोई नियंत्रण नहीं है।
- यह जानने के लिए कि आपको खाते में शेयर जमा हुए हैं या नहीं, आप लेनदेन विवरण देख सकते हैं। आपका अनुरोध प्राप्त होने पर इसे लंबित डीमैट खाते में भी दर्शाया जाएगा। डीमैटीरियलाईजेशन के पश्चात, यह उपलब्ध अधिशेष में भी दिखेगा।
- यदि प्रस्तुति के एक माह के भीतर आपके खाते में शेयर जमा नहीं होते हैं तो आप हमें 1800 22 04 88 पर फोन कर सकते हैं अथवा querydp@sbi.co.in पर ईमेल कर सकते हैं अथवा www.onlinesbi.com पर डीमैट सेवाएँ टैब के अंतर्गत अपना होल्डिंग विवरण देख सकते हैं। 40 दिन से अधिक की देरी होने के मामले में, यदि आप चाहें तो बैंक आपको रजिस्ट्रार का नाम तथ टेलीफोन नंबर तथा साथ ही आपका डीमैट अनुरोध नंबर दे सकता है।
क्या डीमैट अनुरोध रद्द हो सकते हैं?
- डीपी केंद्रीयकृत प्रक्रिया कक्ष (डीपीसीपीसी) अथवा रजिस्ट्रार के पास आपके अनुरोध विभिन्न कारणों से रद्द किए जा सकते हैं।
- रजिस्ट्रार द्वारा डीमैटीरियलाईजेशन तभी किया जाता है जब वह सेक्युरिटीज तथा स्वामित्व स्थिति की यथातथ्यता को लेकर संतुष्ट हो।
- रद्द हो जाने पर, उसका कारण बताते हुए सेक्युरिटीज को आपके पास वापस भेज दिया जाता है।
- आप रद्द किए जाने के कारणों का समाधान कर (कमियों को दूर कर) डीमैटीरियलाईजेशन के लिए प्रमाण पत्रों को पुनः प्रस्तुत कर सकते हैं। कृपया नए डीआरएफ से लिए प्रस्तुत करें। उसी डीआरएफ का प्रयोग न करें जिसपर आपत्ति दर्ज की गई थी।
प्रमाण पत्रों के संयुक्त रूप से धारित होने के मामले में, प्रमाण पत्र में उल्लिखित किसी एक, अथवा अधिक संयुक्त धारक (कों) की मृत्यु हो जाने पर क्या जीवित संयुक्त खाताधारक, जीवित खाताधारक (कों) के डीपी खाते में प्रतिभूतियों को डीमैटीरियलाईज करवा सकते हैं?
जी हाँ। संचार-सह-डीमैट फॉर्म भरकर आप ऐसा कर सकते हैं। हम आपको फॉर्म ईमेल कर सकते हैं अथवा आपको यह फॉर्म निकटतम एसबीआई डीमैट शाखा से भी प्राप्त हो सकता है।
Transmission-cum-Demat Form संचार सह डीमैट फॉर्म
डीआरएफ के साथ निम्नलिखित दस्तावेज़ प्रस्तुत किए जाने चाहिएँ -
- मृत्यु प्रमाण पत्र की विधिवत नोटरीकृत प्रति
- डीमैटीरियलाईजेशन फॉर्म के साथ संचार फॉर्म
डीमैटीरियलाईज्ड सेक्युरिटीज खरीदने अथवा बेचने की प्रक्रिया क्या है?
डीमैटीरियलाईज्ड सेक्युरिटीज खरीदने तथा बेचने की प्रक्रिया भौतिक सेक्युरिटीज खरीदने तथा बेचने की प्रक्रिया के समान ही है। अंतर केवल सेक्युरिटीज की सुपुर्दगी (बिक्री के मामले में) तथा प्राप्ति (खरीद के मामले में) की प्रक्रिया में ही है। .
क्रय के मामले में :-
- आप सीडीएसएल/एनएसडीएल से संबद्ध किसी भी स्टॉक एक्सचेंज में अपनी पसंद के दलाल के माध्यम से सेक्युरिटीज खरीद सकते हैं तथा अपने दलाल को भुगतान कर सकते हैं। अपने दलाल को यह बताना सुनिश्चित करें कि आपको केवल डीमैट शेयर चाहिए।
- भुगतान वाले दिन दलाल को अपने डीपी पास रखे अपने समाशोधन खाते में जमा प्राप्त हो जाती है। वह इन सेक्युरिटीज का आपके डिपॉजिटरी खाते में तुरंत अंतरण कर सकता है, बशर्ते आपका खाता पहले के सक्रिय हो। जमा की दिनांक आपके दलाल के अनुदेशों पर निर्भर करेगी तथा एसबीआई का उस पर कोई नियंत्रण नहीं है।
- दलाल अपने डीपी को अपना समाशोधन सदस्य खाता डेबिट करने तथा आपका डिपॉजिटरी खाता क्रेडिट करने के लिए अनुदेश देता है। .
बिक्री के मामले में:-
- आप अपनी डीमैटीरियलाईज्ड सेक्युरिटीज अपनी पसंद के किसी दलाल के जरिए सीडीएसएल/ एनडीएसएल से संबद्ध किसी भी स्टॉक एक्सचेंज में बेच सकते हैं।
- आपको अपनी डीपी को आपके डिपॉजिटरी खाते को डेबिट करने तथा आपके दलाल के समाशोधन सदस्य खाते को क्रेडिट करने के लिए डिलिवरी अनुदेश देना होगा।
- बिक्री के लिए अपने दलाल से भुगतान आप उसी प्रकार प्राप्त करेंगे जिस प्रकार भौतिक रूप में बिक्री के लिए आप भुगतान प्राप्त करते हैं।
कृपया सेक्युरिटी की सुपुर्दगी के लिए नोट करें:-
- इलेक्ट्रानिक फॉर्म में सेक्युरिटीज डिलिवर करने के लिए आपको अपने डीपी को आपके खाते से अधिशेष का अंतरण करने के लिए प्राधिकृत करना होगा।
- आपको उपलब्ध करवाई गई अनुदेश पर्चियों के माध्यम से आपको बैंक को जमा अनुदेश देने होंगे। पर्चियों को डीमैट सेवाएँ उपलब्ध करवाने वाली निकटतम शाखा में जमा करवाया जाना चाहिए।
- अनुदेश पर्ची में आपको प्रतिपक्ष (काउंटर पार्टी) खाता विवरण का उल्लेख करना है।
क्या मैं एसबीआई डीमैट खाते के जरिए शेयर खरीद तथा बेच सकता हूँ?
जी नहीं। शेयर केवल स्टॉक दलाल के माध्यम से ही खरीदे और बेचे जा सकते हैं। एसबीआई डीमैट खाता किसी बिक्री लेनदेन के प्रति शेयरों की सुपुर्दगी तथा खरीद लेनदेन के प्रति शेयरों की प्राप्ति में सहायता करता है। निर्बाध ट्रेडिंग तथा निपटान का लाभ उठाने के लिए आप हमारे ब्रोकिंग साझेदार मैसर्स मोतीलाल ओसवाल सेक्युरिटीज लि. अथवा एसबीआई कैप्स सेक्युरिटीज लिमिटेड के पास खाता खुलवा सकते हैं।
क्या मैं सभी स्टॉक एक्सचेंज में भौतिक खंड में देयता के प्रति डीमैटीरियलाईज्ड सेक्यूरिटी की सुपुर्दगी कर सकता हूँ?
जी हाँ। सेबी ने डीमैटीरियलाईज्ड सेक्यूरिटीज की डिपॉजिटरी से संबद्ध स्टॉक एक्सचेंज में भौतिक खंड में देयताओं के प्रति सुपुर्दगी अनुमत की है।
क्या स्टॉक एक्सचेंज के भौतिक खंडों में डीमैटीरियलाईज्ड सेक्युरिटीज को सुपुर्द करने की सुविधा, केवल उन सेक्युरिटीज के लिए ही उपलब्ध है जिन्हें संस्थानों द्वारा स्टॉक एक्सचेंज के डीमैट खंड में अनिवार्यतः बेचा जाना है?
जी नहीं। उन सभी कंपनियों की डीमैटीरियलाईज्ड सेक्युरिटीज, जो डीमैटीरियलाईजेशन के लिए पात्र हैं को भौतिक खंड में देयता के प्रति सुपुर्द किया जा सकता है। यह भौतिक खंड में सेक्युरिटीज की नीलामी के प्रति सुपुर्दगी पर भी लागू होता है।
सुपुर्दगी अनुदेश पर्ची
सुपुर्दगी अनुदेश पर्ची (डीआईएस) क्या है?
सुपुर्दगी देने के लिए किसी व्यक्ति को सुपुर्दगी अनुदेश पर्ची (डीआईएस) नामक एक फॉर्म भरना होगा। डीआईएस की तुलना बैंक खाते की चैकबुक से की जा सकती है। कृपया याद रखें कि आपके डीमैट खाते में रखी सेक्युरिटीज, आपके बैंक खाते में रखे धन के समान हैं।
मुझे डीआईएस बुकलेट किस प्रकार प्राप्त हो सकती है?
खाता खोलने के समय आपको एक वैयक्तिकृत डीआईएस पुस्तिका उपलब्ध करवाई जाती है। आपको अपने सभी अंतरणों के लिए इस पुस्तिका से पर्चियों का प्रयोग करना है।
- की पर्चियां समाप्त होने वाली हों, तो आप डीमैट सेवाएँ ऑफर करने वाली निकटतम बैंक शाखा में संपर्क करक नई पुस्तिका जारी करने का अनुरोध कर सकते हैं।
- आपकी वर्तमान पुस्तिका में उपलब्ध अनुरोध पर्ची के माध्यम से अनुरोध प्रस्तुत करें।
- जब आप अनुरोध पर्ची पर अनुरोध प्रस्तुत करने में असमर्थ हों तो आप एक पत्र प्रस्तुत कर सकते हैं।
- पुस्तिका आपको कुरियर कर दी जाएगी तथा अनुरोध प्रस्तुत करने की दिनांक से एक सप्ताह के भीतर आपको प्राप्त हो जाएगी।
सुपुर्दगी अनुदेश पर्चियों के संबंध में किस प्रकार की सावधानियाँ बरती जानी चाहिएँ ?
अपने डीमैट लेनदेनों के लिए आपको वे सभी सावधानियाँ बरतनी हैं जो आप अपने बैंक लेनदेनों के संबंध में बरतते हैं।
- कृपया डीआईएस पुस्तिका, अपनी चैक बुक के जैसे ही सुरक्षित रखें तथा इसे किसी अन्य व्यक्ति को न दें।
- डीआईएस पुस्तिका पर पूर्व मुद्रित क्रमांक होने तथा प्रत्येक पर्ची पर आपकी डीमैट खाता संख्या पहले से स्टैंप किए होने पर ही उसे स्वीकार करें।
- डीआईएस में आपको खुद बीओ-आई तथा अन्य विवरण प्रविष्ट करना चाहिए।
- जब आप डीआईएस पर्ची पर अपने अनुदेश लिखते हैं तो पर्ची पर रिक्त स्थान पर लकीर खींच दें।
- डीआईएस पर्ची के पूरी तरह से भरे जाने तक उसपर हस्ताक्षर न करें।
- हस्ताक्षरित रिक्त डीआईएस किसी के जैस दलाल/उप-दलाल, के पास न छोड़ें।
- कृपया किसी और की पर्ची का इस्तेमाल न करें क्योंकि यह खाता विशेष के लिए होती है तथा सिस्टम द्वारा इसे स्वीकार नहीं किया जाएगा तथा डिपॉजिटरियों के कारोबार नियमों के अनुसार उसकी प्रक्रिया नहीं की जा सकती है।
- यदि खाता संयुक्त नहीं है तो सभी संयुक्त धारकों को अनुदेश पर्ची पर हस्ताक्षर करने होंगे। सभी संयुक्त धारकों के हस्ताक्षर अनुदेश पर्ची पर न होने पर अनुदेश कार्यान्वित नहीं किया जा सकता है।
- एसबीआई के अधिकारी से पावती प्राप्त करें।
डीआईएस को कैसे भरा जाए?
डीआईएस भरने के लिए अनुदेश निम्नानुसार है:
एसबीआई बैंक डीपी-आईडी तथा सेबी पंजीकरण संख्याः आपको पुस्तिका के जारी होने से पहले आपकी डीपीआईडी तथा सेबी पंजीकरण संख्या, पुस्तिका पर पूर्व मुद्रित होनी चाहिए।
बीओ नाम तथा खाता संख्याः आपको पुस्तिका जारी किए जाने से पहले आपका नाम तथा खाता संख्या उसपर पहले से स्टैम्प किया हुआ होना चाहिए। यदि वह पहले से ही स्टैम्प नहीं किया गया है तो, शाखा अधिकारी को तुरंत इसकी सूचना दें।
दिनांकः डीआईएस प्रस्तुत करने कि दिनांक का उल्लेख करें। यह निष्पादन की दिनांक से पहले का हो सकता है।
ग्राहक का फोन नंबरः कृपया आपका वर्तमान/ तात्कालिक फोन नंबर निर्दिश्ट करें।
उचित बॉक्स पर निशान लगाएँ
- ऑन मार्किट: जब सेक्युरिटीज भुगतान के उद्देश्य के लिए सीधे समाशोधन गृह को सुपुर्द की जाती हैं तो लेनदेन ऑन मार्किट होता है।
- ऑफ मार्किट : जब सेक्युरिटीज सीडीएसएल में ही एक बीओ खाते से दूसरे बीओ खाते में जाती हैं तो यह लेनदेन ऑफ मार्किट होता है। प्राप्त होने वाली राशि समाशोधन गृह अथवा समाशोधन निगम के पास नहीं होती है।
- अंतर डीपी: जब सेक्युरिटीज सीडीएसएल के एक बीओ खाते से एनएसडीएल के दूसरे बीओ खाते में जाती हैं तो लेनदेन अंतर डिपोसिट्री होता है।
काउंटर बीओ आईडीः लक्ष्य खाते का बीओ/ ग्राहक आईडी निर्दिष्ट करें।
निपटान संख्याः आपके दलाल द्वारा ट्रेड की गई निपटान संख्या को निर्दिष्ट करें। निपटान संख्या के लिए भुगतान की अंतिम दिनांक से पहले डीआईएस प्रस्तुत किया जाना चाहिए।
निपटान प्रकारः निपटान प्रकार, जिसमें ट्रेड की गई हो, निर्दिष्ट करें। अपने दलाल से विवरणों का पता लगाएँ ।
सीएम/सीएम-बीपी-आईडीः उस दलाल का सीएम/सीएम बीपी आईडी निर्दिष्ट करें, जिसके पूल खाते में सेक्युरिटीज का अंतरण किया जाना है।
सीएम-नामः उस दलाल का नाम निर्दिष्ट करें जिसके पूल खाते में सेक्युरिटीज का अंतरण किया जाना है।
समान विवरण
आईएसआईएनः अंतरित की जाने वाली सेक्युरिटी का आईएसआईएन (इंटरनेशनल सेक्युरिटीज आईडेंटिफिकेशन नंबर) निर्दिष्ट करें। अपने लेनदेन विवरण/आपके दलाल से इसकी पुष्टि करें। सही आईएसआईएन निर्दिष्ट करने में सावधान रहें क्योंकि जारीकर्ता/ कंपनी द्वारा जारी विभिन्न सेक्युरिटीज के आईएसआईएन अलग-अलग होते हैं।
सेक्युरिटी नामः अंतरित की जाने वाली सेक्युरिटी निर्दिष्ट करें।
प्रमात्रा (अंकों तथा शब्दों में) – शेयरों की संख्या अंकों तथा शब्दों में बताएँ ।
निष्पादन दिनांकः उस दिनांक का उल्लेख करें जब सेक्युरिटीज अंतरित की गईं। कृपया इसे अपने दलाल के साथ परामर्श कर भरें। निष्पादन में विफलता से बचने के लिए डीआईएस समय पर प्रस्तुत कर दें। यदि डीआईएस उसी दिन निष्पादन अथवा टी+1 दिन पर शाम 4.00 बजे के बाद प्राप्त होता है तो उसे श्रेष्ट प्रयास आधार पर ग्राहक के जोखिम पर कार्यान्वित/ स्वीकार किया जाएगा।
कुल प्रयुक्त अनुदेश (अंकों तथा शब्दों में)- सुपुर्द किए जाने वाले कुल आईएसआईएन शब्दों तथा अंकों में निर्दिष्ट करें। यह अप्राधिकृत परिवर्तन से सुरक्षा के लिए आवश्यक है। आईएसआईएन के अप्रयुक्त स्थान को लकीर खींचकर काट दें।
सभी धारकों के हस्ताक्षर तथा नामः धारकों को खाते में अपने पहले से स्टैंप किए गए नामों के क्रम में हस्ताक्षर करना होता है। हस्ताक्षर एसबीआई के पास पहले के रिकॉर्ड के रूप में उपलब्ध नमूना हस्ताक्षर से मेल खाना चाहिए। फॉर्म पर सभी परिवर्तनों को अपने हस्ताक्षर के साथ प्रमाणित करें।
नकदी अंतरणः बीओ/ ग्राहक से बीओ/ ग्राहक को अंतरण, जो स्टॉक एक्सचेंज से संबंधित न हो, के मामले में यह निर्दिष्ट करना अनिवार्य है कि लेनदेन पैसे का है अथवा अन्यथा। पैसे का लेनदेन होने पर उसकी राशि का उल्लेख किया जाना चाहिए तथा अन्यथा होने पर कारण का उल्लेख किया जाए।
नमूना – भरे गए ऑफ-मार्केट डीआईएस
डीआईएस भरने में त्रुटि होने पर क्या होगा?
अगर आप त्रुटि करते हैं तो उसे काटकर सही शब्द अथवा अंक से स्पष्ट रूप से बदल दें। प्रत्येक परिवर्तन के सामने हस्ताक्षर करें, केवल आद्याक्षर पर्याप्त नहीं होंगे। परिवर्तन, जो देखने पर समझे/ पहचाने न जा सकते हों, के कारण होने वाली हानि के लिए बैंक उत्तरदायी नहीं होगा। सफेद स्याही का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए।
मैं डीआईएस कब प्रस्तुत कर सकता हूँ?
- आप उस दिनांक के बारे में पहले से अनुदेश जारी कर सकते हैं, जब आप सेक्युरिटीज को अपने खाते से डेबिट करवाना चाहते हैं। भविष्य की किसी दिनांक के बारे में अनुदेश देकर आप समय की कमी या अंतिम समय की हड़बड़ी के कारण अनुदेश का निष्पादन न होने के जोखिम से बच जाते हैं। .
- निष्पादन दिनांक से पहले व्यवसाय के दिन शाम 4.00 बजे तक पर्ची का जमा किया जाना आवश्यक है। शाम 4.00 बजे के बाद प्राप्त डीआईएस को ‘देरी से प्राप्त’ के रूप में स्वीकृत किया जाएगा। ग्राहक के जोखिम पर सर्वोत्तम प्रयास के आधार पर स्वीकृत करेगा तथा उसका निष्पादन न होने पर एसबीआई उत्तरदायी नहीं होगा।
- निष्पादन दिनांक के अवकाश का दिन होने पर उस दिन के लिए लेनदेन अनुदेश प्रस्तुत नहीं किए जाने चाहिए। यदि बीच में अवकाश हो, तो अनुदेश एक दिन पहले प्रस्तुत किए जाने चाहिएँ ।
शाखा में स्वीकृत हो जाने के बाद क्या मेरा सुपुर्दगी अनुदेश विफल हो सकता है?
जी हाँ। कोई अनुदेश एसबीआई के डीपी केंद्रीयकृत प्रक्रिया कक्ष (डीपीसीपीसी) में अथवा डिपॉजिटरी में विफल हो सकता है।
- हस्ताक्षर के मेल नहीं खाने, डीआईएस पर्ची के अधूरा होने अथवा सही प्रकार से भरा न होने पर डीपीसीपीसी में यह लेनदेन विफल हो सकता है।
- खाते में निर्धारित संख्या के अनुरूप आवश्यक संख्या में सेक्युरिटीज न होने अथवा किसी अन्य समस्या के कारण डिपॉजिटरी में लेनदेन विफल हो सकता है।
डीआईएस खो जाने अथवा उसकी कमी होने पर क्या होगा?
- यदि आपकी पुस्तिका खो जाती है, तो तुरंत निकटतम डीमैट शाखा को लिखित में सूचित करें।
- यदि आप नई डीआईएस पुस्तिका जारी करवाने के लिए अनुरोध पर्ची प्रस्तुत नहीं कर सकते हैं तो पत्र (सभी खाताधारकों के हस्ताक्षर के साथ) प्रस्तुत करें। .
- जब डीआईएस पुस्तिका की पर्चियां समाप्त हो गई हों तथा आप नई पुस्तिका के अनुरोध की पूर्ति होने के लिए आवश्यक समय तक प्रतीक्षा नहीं कर सकते हैं, तो आपातकालीन उपयोग के लिए काउंटर पर जारी होने वाली डीआईएस पर्ची का प्रयोग कर सकते हैं। अपनी शाखा से आपातकालीन पर्ची प्राप्त करने के लिएः
- आपको अपनी डीमैट शाखा में व्यक्तिगत रूप से संपर्क करना होगा
- आपको शाखा में उपलब्ध निर्धारित फॉर्म में पर्ची के लिए अनुरोध करना होगा।
- इस प्रकार से जारी डीआईएस केवल तात्कालिक उपयोग के लिए ही वैध होती है।
क्या इंटरनेट पर डीपी के लिए सुपुर्दगी अनुदेश देना संभव है, यदि हाँ, तो कैसे?
जी हाँ। एसबीआई जल्द ही आपकी डीपी के लिए इंटरनेट के माध्यम से सुपुर्दगी अनुदेश लेने के लिए एज़-इंस्ट्रक्शन्स सुविधा लांच करेगा। आप एज़-इंस्ट्रक्शन्स के लिए पंजीकरण कर सकते हैं, जिसमें आप वे पांच खाते निर्दिष्ट कर सकते हैं जिसके लिए आप इंटरनेट बैंकिंग सुविधाओं के माध्यम से सेक्युरिटीज अंतरण कर सकते हैं। यह सेवा प्राप्त करने के लिए आपको पंजीकरण करना होगा तथा पीओए के लिए 100/- रु.का भुगतान करना होगा।
मेरा डीमैट खाता कब डेबिट किया जाएगा?
अनुदेश में निर्धारित निष्पादन दिनांक पर आपके खाते में डेबिट किया जाएगा। आप इसकी जांच अपने लेनदेन विवरण में कर सकते हैं। आप अपने ‘होल्डिंग विवरण’ को www.onlinesbi.com पर अथवा डीमैट सेवाएँ ऑफर करने वाली निकटतम शाखा में जाकर देख सकते हैं।
रीमैटीरियलाईजेशन क्या है?
रीमैटीरियलाईजेशन डीमैट खाते में इलेक्ट्रानिक फॉर्म में धारित सेक्युरिटीज को उतनी ही संख्या में भौतिक फॉर्म (प्रमाण पत्र) में, उन्हें डीमैट खाते से डेबिट कर, परिवर्तित करने की प्रक्रिया है।
रीमैटीरियलाईजेशन फॉर्म कैसे प्राप्त किया जा सकता है?
हम आपको रीमैटीरियलाईजेशन फॉर्म ईमेल कर सकते हैं अथवा आप इसे डिमैट शाखा से भी प्राप्त कर सकते हैं – प्रत्येक आईएसआईएन के लिए तीन प्रतियों में (ट्रिप्लीकेट) में पूरी तरह से भरा हुआ रीमैट अनुरोध फॉर्म (आरआरएफ) प्रस्तुत करें। फॉर्म सभी एसबीआई डीमैट शाखाओं में उपलब्ध है।
फॉर्म कैसे भरा जा सकता है?
- यह सुनिश्चित करें कि आरआरएफ पूरी तरह से भरा गया हो। अधूरे विवरण के कारण रिमैट अनुरोध रद्द हो सकता है।
- प्रत्येक पात्र सेक्युरिटी के लिए अलग-अलग आरआरएफ का प्रयोग करें। कृपया सुनिश्चित करें कि सेक्युरिटी का नाम तथा आईएसआईएन संख्या सही प्रविष्ट की गई हो।
- अधिशेष के लिए अनुरोध अलग-अलग आरआरएफ के माध्यम से लॉक-इन के अंतर्गत प्रस्तुत करें। इसे फ्री सेक्युरिटीज के साथ न जोड़ें। एक ही आईएसआईएन की लॉक-इन सेक्युरिटीज जिनकी लॉक-इन रिलीज दिनांक अथवा लॉक-इन कारण अलग-अलग हों, को लिए अलग-अलग आरआरएफ अनुरोध करें।
- आपको लॉट प्रकार, जंबो अथवा मार्केट लॉट, का स्पष्ट रूप से उल्लेख करें। यदि उसे भरा नहीं जाता है तो रजिस्ट्रार द्वारा मार्केट लॉट में प्रमाण पत्र भेज दिया जाएगा।
- जिसके लिए आरआरएफ प्रस्तुत किया गया है आईएसआईएन उसके लिए आपके खाते में प्रयाप्त फ्री अधिशेष होना चाहिए।
- आरआरएफ पर सभी खाताधारकों के हस्ताक्षर एक ही क्रम में होने चाहिए। आरआरएफ पर हस्ताक्षर एसबीआई के पास दर्ज नमूना हस्ताक्षर से मेल खाने चाहिए। .
मैं फॉर्म कैसे प्रस्तुत कर सकता हूँ?
आपको आरआरएफ तीन प्रतियों में प्रस्तुत करना चाहिए। आप एसबीआई की किसी भी डीमैट शाखा में आरआरएफ प्रस्तुत कर सकते हैं। फॉर्म के निचले हिस्से में स्थित इस पावती पर्ची पर स्टैंप लगाई जाएगी तथा एसबीआई अधिकारी द्वारा सत्यापन के बाद आपको सौंपा जाएगा।
भौतिक शेयर कैसे प्राप्त किए जा सकते हैं?
- आरआरएफ रजिस्ट्रार को अग्रेषित किए जाते हैं। रजिस्ट्रार द्वारा रीमैट अनुरोध स्वीकार कर लिए जाने पर आपका खाता डेबिट कर दिया जाएगा। भौतिक शेयर प्रमाण पत्र आपको सीधे रजिस्ट्रार द्वारा भेजा जाएगा। आप इसके बारे में www.onlinesbi.com पर अथवा हमें फोन कर अथवा डीमैट सेवाएँ ऑफर करने वाली निकटतम शाखा का दौरा कर भी पता कर सकते हैं।
- भौतिक शेयर प्राप्त करने में सामान्यतः 30 दिन का समय लगता है। फिर भी, इसमें लगने वाला समय रजिस्ट्रार पर निर्भर करता है तथा इस पर एसबीआई का कोई नियंत्रण नहीं है।
- यदि आप प्रस्तुति के बाद 30 दिन के भीतर भौतिक शेयर प्राप्त नहीं करते हैं, तो आप हमें फोन कर अथवा लिखित में सूचित कर सकते हैं ताकि हम रजिस्ट्रार से इसके बारे में पता कर सकें।
- 40 दिन से अधिक की देरी होने के मामले में, यदि आप चाहें तो बैंक आपको रजिस्ट्रार का नाम तथा टेलीफोन नंबर तथा साथ ही आपका रीमैट अनुरोध नंबर (आरआरएन) दे सकता है।
क्या मेरा रीमैट अनुरोध रद्द हो सकता है?
- आपका रीमैट अनुरोध एसबीआई के डीपी केंद्रीयकृत प्रक्रिया कक्ष में अथवा रजिस्ट्रार द्वारा विभिन्न कारणों से रद्द किया जा सकता है। रद्द किए जाने पर, आपको अनुरोध रद्द होने के कारण के बारे में सूचित किया जाएगा।
- रद्द होने के कारण का समाधान करने (कमी दूर करने) के पश्चात आप नया अनुरोध प्रस्तुत कर सकते हैं।
गिरवी क्या है?
डीमैट फॉर्म में धारित सेक्युरिटीज को ग्राहक द्वारा ऋण सुविधा प्राप्त करने के लिए गिरवी रखा जा सकता है। सीडीएसएल में सेक्युरिटीज को गिरवी रखने के लिए उधारकर्ता (गिरवी रखने वाला) तथा उधारदाता (गिरवीदार), दोनों का सीडीएसएल में किसी भी डीपी के पास डीमैट खाता होना आवश्यक है। अंतर डिपॉजिटरी गिरवी (जिसमें गिरवी रखने वाले तथा गिरवीदार का डिमैट खाता अलग-अलग डिपॉजिटरी के पास हो) की सुविधा उपलब्ध नहीं है।
कृपया नोट करें कि वित्तीय लेनदेन डिपॉजिटरी प्रणाली के बाहर किए जाते हैं। फिर भी, सेक्युरिटीज को गिरवी रखने के बाद भी गिरवी रखने वाला उन सेक्युरिटीज का लाभान्वित धारक बना रहेगा तथा कॉर्पोरेट कार्यवाही, यदि कोई हो, के लाभ प्राप्त करेगा।
गिरवी में शामिल कदम कौन से हैं?
गिरवी में निम्नलिखित कदम शामिल हैं
- गिरवी का सृजनः गिरवी सृजन करने के लिए गिरवी रखने वाला व्यक्ति अपने डीपी को गिरवी अनुरोध फॉर्म प्रस्तुत करेगा। डीपी द्वारा अनुदेश का निष्पादन करने पर प्रत्येक आईएसआईएन के लिए एक गिरवी क्रम संख्या सृजित की जाती है।
- गिरवी अनुदेश की पुष्टिः गिरवीदार अपने डीपी को गिरवी क्रम संख्या (गिरवी रखने वाले व्यक्ति से प्राप्त) का उल्लेख करते हुए विधिवत रूप से भरा गया गिरवी अनुरोध फॉर्म प्रस्तुत करता है। अनुदेशों का निष्पादन किए जाने पर गिरवी रखने वाले व्यक्ति के खाते में शेयर ‘गिरवी रखे गए’ के रूप में चिह्नित किए जा सकते हैं। गिरवी अधिशेष अंतरित नहीं किए जा सकते हैं।
- गिरवी अनुदेश बंद करनाः गिरवी छुड़ाने के लिए गिरवीकर्ता अपने डीपी को विधिवत रूप से भरा गया गिरवी छुड़ाने का अनुरोध फॉर्म प्रस्तुत करता है। गिरवीदार के प्राप्त ऋण को चुका देने के बाद गिरवीकर्ता गिरवी छुड़वा सकता है।
- गिरवी अनुदेश बंद करने की पुष्टिः गिरवीदार गिरवी छुड़ाने की पुष्टि करने के लिए अपने डीपी को गिरवी छुड़ाने का अनुरोध फॉर्म विधिवत रूप से भरकर प्रस्तुत करता है। गिरवीदार यह फॉर्म यह सुनिश्चित करने के पश्चात प्रस्तुत करेगा कि गिरवीकर्ता ने उसे दिया गया ऋण चुका दिया है। अनुदेशों के कार्यान्वयन पर शेयर गिरवीकर्ता के खाते में गिरवी अधिशेष से फ्री अधिशेष में चले जाते हैं।
- गिरवी अनुदेश को लागू करनाः गिरवीदार गिरवी क्रम संख्या का उल्लेख करते हुए विधिवत रूप से भरा गया इनवोकेशन अनुरोध फॉर्म अपने डीपी को प्रस्तुत करेगा। अनुदेशों के निष्पादन होने पर शेयर गिरवीकर्ता के गिरवी अधिशेष से शेयर गिरवीदार के फ्री अधिशेष में चले जाते हैं। गिरवीकर्ता द्वारा उसकी बाध्यताओं के अनुसार ऋण का चुकतान न किए जाने पर गिरवीदार ऐसा करता है।
मुझे गिरवी अनुरोध फॉर्म तथा गिरवी छुड़ाने का अनुरोध फॉर्म कैसे प्राप्त हो सकता है?
गिरवी अनुरोध फॉर्म तथा गिरवी छुड़ाने का अनुरोध फॉर्म डीमैट सेवाएँ ऑफर करने वाली सभी एसबीआई शाखाओं में भी उपलब्ध है।
गिरवी अनुरोध फॉर्म गिरवी छुड़ाने का अनुरोध फॉर्म
फॉर्म कैसे भरा जाता है?
- सुनिश्चित करें कि गिरवी रखने/ गिरवी छुड़ाने का फॉर्म पूरी तरह से भरा गया हो। अधूरी जानकारी गिरवी रखने/ गिरवी छुड़ाने के अनुरोध के रद्द होने का कारण बन सकती है।
- फॉर्म में उपलब्ध करवाए गए स्थान में सही डीपीआईडी तथा खाता संख्या प्रविष्ट करें।
- आपको फॉर्म में उपलब्ध करवाए गए स्थान में सही काउंटर पार्टी विवरण प्रस्तुत करना चाहिए।
- आपको गिरवीदार द्वारा उपलब्ध करवाए अनुसार करार संख्या प्रविष्ट करनी चाहिए। यह गिरवीकर्ता तथा गिरवीदार के बीच किए गए गिरवी करार के संदर्भ में है।
- आपको गिरवीदार द्वारा उपलब्ध करवाए गए अनुसार गिरवी समाप्ति दिनांक तथा गिरवी का मूल्य का उल्लेख करना होता है। गिरवीकर्ता तथा गिरवीदार के बीच किए गए गिरवी करार में इसका संदर्भ दिया गया है।
- आपको गिरवी रखी जाने वाली सेक्युरिटी का आईएसआईएन तथा नाम प्रविष्ट करना होता है।
- यदि शेयर लॉक-इन के अंतर्गत हैं तो आपको दिए गए स्थान पर उपयुक्त बॉक्स पर चिह्न लगाना है।
- दिए गए स्थान पर सेक्युरिटीज की सही संख्या प्रविष्ट करें। गिरवी सृजन के मामले में, उल्लिखित आईएसआईएन में आपके पास फ्री अधिशेष होना चाहिए।
- अनुदेश सभी खाताधारकों द्वारा हस्ताक्षरित होना चाहिए तथा एक ही क्रम में होना चाहिए। अनुरोध पर हस्ताक्षऱ एसबीआई के पास दर्ज नमूना हस्ताक्षर से मेल खाना चाहिए।
- गिरवी सृजन अनुदेश को छोड़कर अन्य सभी गिरवी अनुदेशों के लिए आपको गिरवी क्रम संख्या प्रविष्ट करनी चाहिए।
फॉर्म कैसे प्रस्तुत किया जाना चाहिए?
आप डीमैट सेवाएँ ऑफर करने वाली किसी भी एसबीआई शाखा में गिरवी रखने/ गिरवी छुड़ाने का फॉर्म प्रस्तुत कर सकते हैं। बैंक अधिकारी द्वारा सत्यापन के बाद पावती वाले हिस्से पर स्टैंप लगाकर उसे आपको सौंप दिया जाएगा।
मेरे अनुदेश का निष्पादन किस प्रकार होता है?
अनुदेश का निष्पादन एसबीआई के डीपी केंद्रियकृत प्रक्रिया कक्ष में होता है। निष्पादन हो जाने पर अधिशेष ऊपर लिखित अनुसार संचलित होते हैं।
क्या मेरा अनुरोध रद्द हो सकता है?
- आपका अनुरोध एसबीआई के डीपी केंद्रीयकृत प्रक्रिया कक्ष में अथवा प्रतिपक्ष द्वारा विभिन्न कारणों से रद्द हो सकता है। केंद्रीय प्रक्रिया कार्यालय में रद्द होने पर आपको अनुरोध के रद्द होने के कारण के बारे में सूचित किया जाएगा।
- रद्द होने के कारण का समाधान कर (कमियों को दूर कर) आप नया अनुरोध प्रस्तुत कर सकते हैं।
- यदि प्रतिपक्ष द्वारा सृजन अनुरोध रद्द किया जाता है तो अधिशेष को गिरवी अधिशेष से फ्री अधिशेष में अंतरित कर दिया जाएगा।
डीमैट खाते को फ्रीज़/ डीफ्रीज़ करना क्या है?
ग्राहक यदि निकट भविष्य में अपने खाते में कोई लेनदेन नहीं करना चाहता है तो उसके पास अपने खाते को फ्रीज़ करने का विकल्प होता है। इससे डीमैट खाते के अप्राधिकृत प्रयोग को नियंत्रित करने तथा धोखाधड़ी की रोकथाम करने में सहायता मिलती है। एक बार फ्रीज़ किए गए खाते को केवल खाताधारक के अनुदेश पर ही अनफ्रीज़ किया जा सकता है।
कितने प्रकार की फ्रीज़िंग संभव है?
निम्नलिखित प्रकार की फ्रीज़िंग संभव है
डेबिट के लिए फ्रीज़ः इस मामले में खाते को अनफ्रीज़ किए जाने तक कोई भी डेबिट अनुदेश पारित नहीं किया जा सकता। फिर भी खाते में क्रेडिट देने का स्थायी अनुदेश होने पर खाते में क्रेडिट प्राप्त होता रहेगा।
सभी के लिए फ्रीज़ः इस मामले में खाते में तथा से कोई कभी लेनदेन नहीं किया जा सकता है।
आईएसआईएन फ्रीज़िंगः इस मामले में एक निर्धारित आईएसआईएन को फ्रीज़ किया जा सकता है जिससे वह आईएसआईएन डेबिट के लिए ब्लॉक कर दिया जाएगा।
प्रमात्रा फ्रीज़िंगः ऐसे मामले में किसी निर्धारित आईएसआईएन की एक निर्धारित मात्रा को फ्रीज़ किया जा सकता है जिससे वह मात्रा डेबिट के लिए ब्लॉक हो जाती है।
खाते को फिर से लेनदेन के लिए समर्थ करने के लिए उसे अनफ्रीज़ करने की आवश्यकता है।
मुझे फॉर्म कैसे प्राप्त हो सकते हैं?
रीज़िंग तथा अनफ्रीज़िंग के लिए अनुरोध को निर्धारित फॉर्म में प्रस्तुत किया जाना चाहिए।
क्या सार्वजनिक ऑफरिंग में आबंटित सेक्युरिटियाँ इलेक्ट्रानिक रूप में प्राप्त करना संभव है?
जी हाँ। सार्वजनिक ऑफरिंग में आबंटित सेक्युरिटीज इलेक्ट्रानिक फॉर्म में प्राप्त करना संभव है। सार्वजनिक निर्गम आवेदन पत्र में उस तरीके का उल्लेख करने का प्रावधान है जिसमें कोई निवेशक आबंटित सेक्युरिटीज प्राप्त करना चाहता है। उसे आवेदन पत्र में नाम में बीओ आईडी तथा डीपी के नाम तथा आईडी का उल्लेख करना होगा। किया गया कोई भी आबंटन बीओ के खाते में क्रेडिट किया जाएगा।
नकद कॉर्पोरेट लाभ जैसे लाभांश/ ब्याज़ किस प्रकार प्राप्त किया जाता है?
संबंधित कंपनी डिपॉजिटरियों से बही बंद करने/ रिकॉर्ड दिनांक के अनुसार लाभान्वित धारकों तथा उनकी होल्डिंग्स का विवरण प्राप्त करती है। कंपनी द्वारा निवेशकों को भुगतान ईसीएस (इलेक्ट्रानिक समाशोधन सेवा), जहाँ कहीं भी उपलब्ध हो, के माध्यम से किया जाएगा। इस प्रकार लाभांश/ ब्याज आपके बैंक खाते में सीधे जमा किया जाएगा। जहाँ ईसीएस सुविधा उपलब्ध नहीं है लाभांश/ ब्याज वॉरंट जारी कर दिए जाएँगे जिनपर आपके बैंक खाते का विवरण मुद्रित होगा। उसी बैंक खाते का विवरण मुद्रित होगा जो आपने अपने खाता खोलने के फॉर्म पर उल्लिखित किया हो अथवा बाद में परिवर्तित किया हो।
कोई व्यक्ति बोनस इत्यादि गैर-नकदी कॉर्पोरेट लाभ किस प्रकार प्राप्त कर सकता है?
संबंधित कंपनी डिपॉजिटरियों से बही बंद करने/ रिकॉर्ड दिनांक के अनुसार लाभान्वित धारकों तथा उनकी होल्डिंग्स का विवरण प्राप्त करती है। पात्रता सीधे कंपनी द्वारा बीओ खाते में क्रेडिट की जाएगी।
कॉरपोरेट लाभ में विसंगतियों के मामले में किससे संपर्क किया जाना चाहिए?
कॉर्पोरेट लाभ में विसंगतियों के मामले में कंपनी/ उसके आर एँड टी एजेंट से संपर्क किया जा सकता है।
नामांकन क्या है?
आप खाता खोलने के फॉर्म में नामांकन का विवरण भरकर किसी भी व्यक्ति के पक्ष में अपने खाते का नामांकन कर सकते हैं। यह डीमैट खाताधारक (कों) की मृत्यु हो जाने के पश्चात सभी सेक्युरिटीज प्राप्त करने में नामिती को समर्थ करने के लिए है।
नामांकन कौन कर सकता है?
एकल रूप से अथवा संयुक्त रूप से लाभान्वित खाते का धारक व्यक्ति ही नामांकन कर सकते हैं। सोसायटी, न्यास, इकाई, कॉर्पोरेट, हिंदू अविभक्त परिवार का कर्ता, मुख्तारनामा धारक सहित गैर-वैयक्तिक संस्थाएँ नामांकन नहीं कर सकतीं।
नामिती कौन हो सकता है?
केवल कोई व्यक्ति ही नामिती हो सकता है। सोसायटी, न्यास, इकाई, कॉर्पोरेट, साझेदारी फर्म, हिंदू अविभक्त परिवार का कर्ता अथवा मुख्तारनामा धारक को नामिती नहीं बनाया जा सकता है।
क्या कोई अवयस्क नामिती हो सकता है?
जहाँ अवयस्क को नामिती के रूप में नियुक्त किया जाता है, उस मामले में अभिभावक का नाम एवं पता भी प्राप्त करना आवश्यक है।
क्या नामांकन बदला जा सकता है?
ऐसे मामलों में जहाँ पहले नामांकन न किया गया हो, अथवा पहले किए गए नामांकन में परिवर्तन नहीं किया गया हो, आप विधिवत रूप से भरा गया नामांकन फॉर्म निकटतम शाखा में प्रस्तुत कर सकते हैं। खाताधारक तथा दो गवाहों को इस फॉर्म पर हस्ताक्षर करना होता है तथा नामिती का नाम एवं पता भी प्रस्तुत किया जाना चाहिए।
खाता धारक(कों) की मृत्यु के मामले में सेक्युरिटीज नामिती के खाते में किस प्रकार अंतरित की जा सकती हैं?
एकल धारक अथवा सभी संयुक्त धारकों की मृत्यु हो जाने के मामले में नामिती को मृत्यु प्रमाण-पत्र की नोटरीकृत प्रति के साथ विधिवत रूप से भरा गया अंतरण अनुरोध फॉर्म प्रस्तुत करना होगा। इन दस्तावेज़ों का सत्यापन करने के पश्चात सेक्युरिटीज नामिती के खाते में अंतरित कर दी जाएँगी।
डीमैट सेक्युरिटीज का अंतरण (ट्रांसमिशन) क्या होता है?
अंतरण (ट्रांसमिशन) वह प्रक्रिया है जिसके माध्यम से किसी मृत खाता धारक की सेक्युरिटीज को उसके कानूनी उत्तराधिकारी/ नामिती के खाते में अंतरित किया जाता है। डीमैटीरियलाईज्ड होल्डिंग्स के मामले में ट्रांसमिशन की प्रक्रिया अधिक सुविधाजनक होती है क्योंकि डीमैट खाते में धारित सभी सेक्युरिटीज के लिए ट्रांसमिशन औपचारिकताएँ, डीपी को दस्तावेज़ प्रस्तुत कर पूरी की जा सकती हैं, जबकि भौतिक सेक्युरिटीज के मामले में कानूनी उत्तराधिकारियों/ नामितियों/ उत्तरजीवी संयुक्त खाताधारकों को उस प्रत्येक कंपनी के साथ अलग-अलग पत्राचार करना पड़ता है, जिसके पास सेक्युरिटीज धारित हैं।
एकल धारक की मृत्यु के मामले में, उत्तराधिकारी डीमैट खाते में पड़ी सेक्युरिटीज का दावा किस प्रकार कर सकते हैं?
दावाकर्ता को संबंधित डीपी को ट्रांसमिशन अनुरोध फॉर्म (टीआरएफ) तथा निम्नलिखित सहयोगी दस्तावेज़ों के साथ एक आवेदन प्रस्तुत करना चाहिएः
रांसमिशन अनुरोध फॉर्म
निम्नलिखित दस्तावेज़ों में से कोई एक
आवेदन की यथातथ्यता सुनिश्चित करने के बाद डीपी सेक्युरिटीज को दावाकर्ता के खाते में अंतरित करेगा।
डीमैटीरियलाईज्ड होल्डिंग्स के मामले में महत्वपूर्ण लाभ यह है कि डीपी के पास धारित सभी सेक्युरिटीज के लिए ट्रांसमिशन औपचारिकताएँ केवल डीपी के साथ संवाद से ही पूरी हो सकती है, जबकि भौतिक शेयर प्रमाण पत्रों के मामले में दावाकर्ता को प्रत्येक जारीकर्ता कंपनी अथवा उसके रजिस्ट्रार से अलग-अलग संवाद करना होता है।
ट्रांसमिशन के लाभ क्या हैं?
डीमैटीरियलाईज्ड होल्डिंग्स के मामले में महत्वपूर्ण लाभ यह है कि डीपी के पास धारित सभी सेक्युरिटीज के लिए ट्रांसमिशन औपचारिकताएँ केवल डीपी के साथ संवाद से ही पूरी हो सकती है, जबकि भौतिक शेयर प्रमाण पत्रों के मामले में दावाकर्ता को प्रत्येक जारीकर्ता कंपनी अथवा उसके रजिस्ट्रार से अलग-अलग संवाद करना होता है।
ट्रांसमिशन के मामले में सेक्युरिटीज किसे अंतरित की जाती हैं?
सेक्युरिटीज के ट्रांसमिशन का अर्थ किसी एकमात्र/ संयुक्त खाते में से किसी एक धारक की मृत्यु के परिणामस्वरूप सेक्युरिटीज का किसी एक खाते से दूसरे खाते में अंतरण है। इसके लिए खाताधारक को प्रत्येक जारीकर्ता कंपनी अथवा उसके आर एँड टी एजेंट से संपर्क करने की आवश्यकता नहीं है। पिछले खाते से डीपी से संपर्क करना ही पर्याप्त है। जहाँ अंतरण निम्नलिखित में से किसी को किया जा सकता हैः
उत्तरजीवी धारक
यदि पूर्वजीवी का खाता संयुक्त होल्डिंग खाता है तथा उसमें कम से कम एक उत्तरजीवी है, तो उत्तरजीवी डीपी से सेक्युरिटीज को उसके/डीमैट खाते में अंतरित करने के लिए अनुरोध कर सकता है।
नामांकन किए जाने के मामले में, नामिती
यदि खाताधारकों में से कोई भी उत्तरजीवी न हो तथा धारक(कों) ने पहले ही नामांकन कर दिया हो, तो नामिती डीपी से सेक्युरिटीज को अपने डीमैट खाते में अंतरित करने के लिए अनुरोध कर सकता है।
नामांकन नहीं किए जाने के मामले में, कानूनी उत्तराधिकारी
यदि खातधारकों में से कोई भी उत्तरजीवी नहीं है तथा धारक(कों) द्वारा पहले कोई नामांकन नहीं किया गया है तो कानूनी उत्तराधिकारी डीपी से सेक्युरिटीज को उनके डीमैट खाते में अंतरित करने के लिए अनुरोध कर सकते हैं। सामान्य आवश्कताओं के अंतर्गत नीचे लिखित दस्तावेज़ों के साथ ही, दावाकर्ता को उत्तराधिकार प्रमाण पत्र अथवा प्रोबेट अथवा प्रबंधन (एडमिनिस्ट्रेशन) पत्र की विधिवत रूप के नोटरीकृत प्रति प्रस्तुत करनी होगी।
क्या ट्रांसमिशन के लिए कोई लेनदेन प्रभार है?
पुराने खाते से दावाकर्ता के खाते में शेयरों के अंतरण के लिए कोई लेनदेन प्रभार नहीं लगाया जाएगा।
यदि दावाकर्ता का कोई डीमैट खाता न हो तो क्या होगा?
यदि दावाकर्ता का डीमैट खाता न हो, तो एक नया डीमैट खाता खोलना होगा। यदि दावाकर्ता का कोई डीमैट खाता हो लेकिन वह अन्य डीपी के पास हो, तो अन्य डीपी से उसका साक्ष्य बढ़ाने की आवश्यकता है। (डीपीएम से क्लाइंट मास्टर)
क्या दावाकर्ता को प्रत्येक जारीकर्ता कंपनी अथवा उसके आर एँड टी एजेंट के पास ट्रांसमिशन के लिए अलग-अलग दावा करना होगा?
दावाकर्ता को केवल डीपी से संपर्क करना होता है। उसे अलग से प्रत्येक जारीकर्ता कंपनी अथवा उसके आर एँड टी एजेंट के पास ट्रांसमिशन के लिए दावा करने की आवश्यकता नहीं है। निम्नलिखित दस्तावेज़ अनुरोध के साथ प्रस्तुत किए जाने चाहिएः
मुझे लेनदेन विवरण कहाँ प्राप्त हो सकता है?
यदि पिछले तीस दिनों में लेनदेन हुआ है, तो ग्राहक को लेनदेन विवरण भेजा जाता है।
पिछले 30 दिनों में कोई लेनदेन न हुआ हो तो?
यदि पिछले 30 दिनों में कोई लेनदेन नहीं हुआ हो लेकिन ग्राहक को पिछला विवरण भेजे हुए 90 दिन से अधिक का समय बीत चुका हो, तो ग्राहक के खाते में होल्डिंग्स रहने पर एक तिमाही विवरण भेजा जाता है।
विवरण प्राप्त करने के लिए क्या विकल्प/ तरीके उपलब्ध हैं?
आपके पास निम्नानुसार विवरण प्राप्त करने का विकल्प हैः
वैकल्पिक चैनलों के डिमैट सेवाओं के लिए आवेदन भरकर आप उपर्युक्त विकल्प 2 तथा 3 के लिए पंजीकरण कर सकते हैं।
वैकल्पिक चैनलों से डीमैट सेवाएँ
ईमेल के जरिए विवरण का विकल्प चुनने के मामले में
इंटरनेट बैंकिंग यथा www.onlinesbi.com के माध्यम से कौन सी डीमैट सेवाएँ / विशेषताएँ उपलब्ध हैं?
इंटरनेट के लिए पंजीकरणः
ग्राहकों की सुविधाएँ बढ़ाने के लिए, ग्राहक के पास दिन के 24 घंटे, साल के 365 दिन अपना डीमैट खाता सीधे एक्सेस करने की सुविधा है, जिसकी विशेषताएँ निम्नानुसार हैः
खाता विवरणः
यह दिए गए बीओ आईडी के लिए आपको बीओ/ ग्राहक आईडी/ पीएएन संख्या, संयुक्त धारकों का नाम, खाता प्रकार, बैंक खाता विवरण, नामिती विवरण इत्यादि उपलब्ध करवाता है।
होल्डिंग विवरण
आपको डीमैटीरियलाईज्ड रूप में धारित सभी स्क्रिप्स के लिए विवरण(विवरण एवं आईएसआईएऩ) के साथ होल्डिंग्स की स्थिति जैसे कि चालू, फ्री, फ्रोज़न, गिरवी, लॉकइन, इयरमार्क, लंबित डीमैट तथा लंबित रीमैट इत्यादि की जानकारी भी देता है।
लेनदेन का विवरणः
दिनांक शृंखला का चयन करके आप अपने खाते में विवरण देख सकते हैं। परिणामों में स्क्रिप के विवरण के साथ जमा अथवा डेबिट की दिनांक तथा परिणामी अधिशेष की जानकारी उपलब्ध होगी।
बिलिंग विवरण
आप माहवार अपना बिलिंग विवरण भी देख सकते हैं। परिणाम में लेनदेन के विवरण के साथ बिल की जानकारी भी दिखाई जाएगी।
अनुरोध की स्थिति
आप लेनदेन प्रकार तथा दिनांक शृंखला का उल्लेख कर अनुरोध की स्थिति के प्रयोग से अपने लेनदेन की स्थिति भी देख सकते हैं।
आईएसआईएन लुकअप
यदि आप किसी स्क्रिप विशेष का आईएसआईएन नंबर नहीं जानते हैं तो आप उसे खोज सकते हैं। सेक्युरिटी के आईएसआईएन के कुछ अक्षर प्रविष्ट कर सबमिट पर क्लिक करें। एक पॉप-अप में परिणाम दिखेंगे तथा आप सूची में से आईएसआईएन चुन सकते हैं।
निपटान कैलेंडरः
एनएसडीएल से जुड़े सभी एक्सचेंज पर निपटान के लिए आपको भुगतान तथा प्राप्ति की दिनांक के बारे में सूचित करता है। यह सुविधा आपको किसी निपटान के लिए निपटान चक्र तथा सुपुर्दगी चक्र के बारे में अद्यतन करती है।
डीआईएस पुस्तिका अनुरोध
आप डीआईएस पुस्तिका अनुरोध लिंक के प्रयोग से भौतिक डीआईएस पुस्तिका के लिए अनुरोध कर सकते हैं। आप अपनी आवश्यकता अनुसार पुस्तिकाओं तथा पुस्तिका आकार चुन सकते हैं तथा खाते के लिए वैयक्तिकृत पुस्तिका कुरियर के माध्यम से आपके पास डिलिवर कर दी जाएगी।
ईज़ेड अनुदेशः
यह सुविधा आपको आपके घर/कार्यालय में अपनी सुविधा के अनुसार पाँच पूर्व-अधिसूचित लक्ष्य खातों के लिए डिलिवरी तथा गिरवी अनुदेश प्रस्तुत करने देती है। उपर्युक्त सुविधाएँ प्राप्त करने के लिए निर्धारित प्रारूप में पंजीकरण के लिए आवेदन किया जाना चाहिए। फॉर्म डीमैट सेवाएँ ऑफर करने वाली किसी भी एसबीआई शाखा में प्रस्तुत किया जा सकता है। कुछ मामलों में ग्राहक का एसबीआई के साथ उसके वर्तमान बैंक खाते के लिए उपयोगकर्ता आईडी पहले से हो सकता है तथा वह अपने डीमैट खाते को उसी उपयोगकर्ता आईडी से संबद्ध करने का अनुरोध भी कर सकता है (जिसमें वह प्रथम धारक हो)। ऐसे मामलों में संबद्ध किए जाने के बाद वह उसी उपयोगकर्ता नाम के माध्यम से अपना डीमैट खाता देख सकेगा।
मोबाइल बैंकिंग – जल्द ऑफर की जाएगी
मोबाइल बैंकिंग, उदा. एसबीआई फ्रीडम के माध्यम से उपलब्ध डीमैट सेवाएँ /विशेषताएँ क्या हैं?
मोबाइल बैंकिंग जल्द ऑफर की जाएगी
मोबाइल बैंकिंग यथा एसबीआई फ्रीडम के माध्यम से कौन सी डीमैट सेवाएँ / विशेषताएँ उपलब्ध हैं? मोबाइल बैंकिंग के माध्यम से आपके पास चलते-फिरते हुए भी, बिना कोई फोन कॉल किए हुए अथवा शाखा से संपर्क किए बिना अथवा इंटरनेट पर लॉगिन किए बिना अद्यतन सूचना देखने का विकल्प होता है।
कृपया वैकल्पिक चैनलों से डीमैट सेवाओं के लिए पंजीकरण फॉर्म भरकर डीमैट सेवाएँ ऑफर करने वाली एसबीआई शाखा में प्रस्तुत करें। यह सुविधा पूरी तरह से निःशुल्क है। आपके द्वारा प्राप्त अलर्ट के लिए एसबीआई आपके लिए एक रुपए का प्रभार भी नहीं लगाता है।
इस सुविधा के माध्यम से, आपके डीमैट खाते में कोई महत्वपूर्ण गतिविधि होने पर आपको एसएमएस के रूप में एक मोबाइल अलर्ट प्राप्त होता है। आपके खाते में शेयर जमा होने पर अथवा आपके लेनदेन अनुदेश में कोई समस्या होने पर आपको मोबाइल अलर्ट प्राप्त होगा।
प्रभार, बिलिंग तथा भुगतान अनुसूची
- 31 जुलाई 2008 के पश्चात डीमैट प्रभार अनुसूची क्या है?
- बिलिंग की आवधिकता क्या है?
- बिल विवरण क्या है?
- बिल भुगतान की वसूली न होने पर क्या होता है?
31 जुलाई 2008 के पश्चात डीमैट प्रभार सारणी क्या है?
Sl.No.
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CHARGE HEAD
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Existing till 31st july 2008
|
To be implemented w.e.f. 1st August 2008
|
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मानक प्रभार | उच्च टर्नओवर योजना | |||
1. | खाता खोलना | शून्य | शून्य | शून्य |
2. | वार्षिक मेंटेनेंस प्रभार | शून्य | 400/- रु. (ईमेल के जरिए विवरण प्राप्त करने वाले ग्राहकों के लिए 350/- रु) | 1000/- रु. (ईमेल के जरिए विवरण प्राप्त करने वाले ग्राहकों के लिए 950/- रु) |
3. | करार स्टैंप पेपर | Rs. 100/- रु. | (डीपी एवं बीओ के बीच करार के लिए) अथवा रु, 200/- (ईज़ेड- अनुदेशों के लिए मुख्तारनामा भी करवाए जाने पर) | (डीपी एवं बीओ के बीच करार के लिए) अथवा रु, 200/- (एज़- अनुदेशों के लिए मुख्तारनामा भी करवाए जाने पर) |
4. | क्रय – मार्केट तथा ऑफ-मार्केट | शून्य | शून्य | शून्य |
5. |
क्रय- मार्केट तथा ऑफ-मार्केट (प्रत्येक आईएसआईएन के लेनदेन मूल्य का %) | प्रति ट्रेड 20/- रु. | ||
पर किए गए ट्रेड के लिए www.sbicapsec.com | शून्य | शून्य | शून्य | |
इंटरनेट के माध्यम से प्रस्तुत अनुदेशों के लिए (एज़-इंस्ट्रक्शन्स) | शून्य | 0.03% (न्यूनतम रु. 10/-) | 0.015% (न्यूनतम रु. 5/-) | |
शाखाओं के माध्यम से प्रस्तुत अनुदेशों के लिए | शून्य | 0.03% (न्यूनतम रु. 30/-) | 0.03% (न्यूनतम रु. 15/-) | |
6. | रद्द /विफल होना | शून्य | Rs. 10 /- रु | Rs. 15/- रु. |
7. |
निष्पादन की दिनांक को देरी से प्रस्तुत अनुदेशों की प्रक्रिया (ग्राहक के जोखिम पर स्वीकृत) के लिए अतिरिक्त प्रभार | |||
इंटरनेट के माध्यम से प्रस्तुत अनुदेशों के लिए (एज़-इंस्ट्रक्शन्स) | शून्य | शून्य | शून्य | |
शाखाओं के माध्यम से प्रस्तुत अनुदेशों के लिए | शून्य | 10/- रु. प्रति आईएसआईएन | 10/- रु. प्रति आईएसआईएन | |
8. |
डीमैटीरियलाईजेशन | |||
प्रत्येक अनुरोध फॉर्म के लिए | 10/- रु | 35/- रु | 35/- रु. | |
प्रत्येक प्रमाण पत्र के लिए अतिरिक्त | 3/- रु | 2/- रु. | 2/- रु. | |
9. | रिमैटीरियलाईजेशन (प्रत्येक अनुरोध फॉर्म के लिए) | प्रत्येक प्रमाण पत्र के लिए 15/- रु. | 25/- रु. | 25/- रु. |
10. | खाता बंद करना | शून्य | शून्य | शून्य |
11. |
गिरवी सृजन/ छुड़वाना/ पुष्टि करना/ लागू करना (प्रत्येक अनुरोध में प्रत्येक आईएसआईएन के लिए मूल्य का %) | Rs. 50/- रु. | ||
यदि एसबीआई काउंटर पार्टी हो | शून्य | 0.02% (न्यूनतम रु. 15/-) | 0.02% (न्यूनतम रु. 15/-) | |
यदि एसबीआई काउंटर पार्टी न हो | शून्य | 0.04% (न्यूनतम रु. 30/-) | 0.04% (न्यूनतम रु. 30/-) | |
12. |
अतिरिक्त खाता विवरण | |||
कुरियर के जरिए | 20/- रु | 30/- रु | 30/- रु | |
ईमेल के जरिए | शून्य | शून्य | शून्य |
शर्तें :
शर्तें
Charge Head | CDSL | NSDL |
---|---|---|
विक्रय- मार्केट तथा ऑफ-मार्केट Rs. 6/- | 6/- रु. प्रति डेबिट अनुदेश | 6/- रु. प्रति डेबिट अनुदेश |
रीमैट | प्रति 100 सेक्युरिटीज के लिए अथवा उसके हिस्से के लिए 10 रु. अथवा 10 रु. प्रति प्रमाण पत्र का मानक शुल्क, जो भी अधिक हो। | प्रति 100 सेक्युरिटीज के लिए अथवा उसके हिस्से के लिए 10 रु. अथवा 10 रु. प्रति प्रमाण पत्र का मानक शुल्क, जो भी अधिक हो। |
गिरवी सृजन Rs. 12/- | 12/- रु. प्रति गिरवी स्वीकृति अनुरोध 12/- रु. गिरवी छुड़ाने के प्रत्येक अनुरोध के लिए | 25/- रु. प्रति अनुदेश |
बिलिंग की आवधिकता क्या है?
पिछले माह के लिए बिल प्रत्येक माह के प्रारंभ में सृजित किए जाएँगे। भुगतान, डीमैट खाता खोलने के फॉर्म पर उल्लिखित बैंक खाते से सीधे वसूल कर लिया जाएगा।
बिल विवरण क्या होते हैं?
बिल में निम्नलिखित विवरण होते हैं:-
बिल शीर्ष- खाते का मेंटेनेंस, डीमैट मेल, डीमैट अनुरोध, अंतर विभाग, ऑफ मार्केट इत्यादि
लेनदेन दिनांक – वह दिनांक जिस दिन लेनदेन किया गया हो।
आईएसआईएन कोड तथा स्क्रिप्ट नाम- वह आईएसआईएन कोड तथा स्क्रिप्ट नाम उल्लिखित होते हैं जिनके लिए बिलिंग की जा रही है।
प्रमात्राः उन शेयरों की प्रमात्रा जिनके लिए लेनदेन किया गया है।
दर – यह वह दर है जिस पर बिलिंग की गई है।
राशि – शीर्षवार बिल की गई राशि इस कॉलम में दिखाई जाती है।
सकल बिल राशिः यह सभी बिल शीर्षों का योग होता है।
सेवा करः प्राप्त वित्तीय बिलों के अनुसार सेवा कर को परिवर्तित कर 12.36% कर दिया गया है। यह प्रतिशत सरकारी अधिसूचना के आधार पर बदला जा सकता है।
बिल कुलः यह वह राशि है जिसका आपको भुगतान करना है।
यदि बिल भुगतान प्राप्त न हो तो क्या होगा?
यदि 15 दिन बाद की बिल भरने की अंतिम दिनांक तक बिल का भुगतान नहीं किया जाता है, तो ग्राहक को पत्र उसकी बकाया राशि का भुगतान पत्र प्राप्त होने की दिनांक से 7 दिन के भीतर करने तथा ऐसा न होने की स्थिति में उसके को निलंबित कर दिए जाने की सूचना दी जाती है। यदि 7 दिन में भुगतान प्राप्त हो जाता है तो खाता निलंबित नहीं किया जाएगा, अन्यथा खाता निलंबित कर दिया जाएगा। भुगतान प्राप्त हो जाने पर खाते को पुनः शुरू कर दिया जाएगा।
जोड़ना/ संशोधन करना/ हटाना
मैं अपने किसी खाता विवरण में संशोधन कैसे कर सकता हूँ?
यदि आपको अपने डीमैट खाते में वर्तमान विवरणों को जोड़ने/ संशोधित करने/ हटाने की आवश्यकता हो, तो आपको निर्धारित फॉर्म में इसके लिए अनुरोध करना होगा। खाते में संशोधन करने के फॉर्म डीमैट सेवाएँ ऑफर करने वाली एसबीआई शाखाओं में उपलब्ध है। विधिवत रूप से भरा गया फॉर्म शाखा में प्रस्तुत करें।
जोड़ने-संशोधन करने- हटाने के लिए फॉर्म
आप निम्नलिखित के लिए एक ही फॉर्म के माध्यम से अनुरोध कर सकते हैं-
निम्नलिखित आवश्यकताओं की पूर्ति की जानी चाहिएः
मुझे क्या साक्ष्य प्रस्तुत करने होंगे?
अनुरोध के साथ निम्नलिखित दस्तावेज़ प्रस्तुत किए जाने चाहिएँ
लाभांश प्राप्त करने के लिए बैंक विवरण में परिवर्तन
पता परिवर्तन
पृष्ठ 6 में उल्लिखितानुसार अनुमत पता साक्ष्य
खाता बंद करना
डीमैट खाता बंद करने की प्रक्रिया क्या है?
यदि आपको अपना डीमैट खाता बंद करना हो, तो आपको निर्धारित फॉर्म में उसके लिए अनुरोध प्रस्तुत करना होगा। खाता बंद करने का फॉर्म डीमैट सेवाएँ ऑफर करने वाली एसबीआई शाखाओं में उपलब्ध है। विधिवत रूप से भरा गया फॉर्म शाखा में उपलब्ध है।
खाता बंद करने के लिए अनुरोध फॉर्म
कृपया सुनिश्चित करें कि
आपके खाते में कोई होल्डिंग्स नहीं हैं अथवा आपने अपने खाते को बंद करने के अनुरोध के साथ अपनी सभी होल्डिंग्स के अंतरण के लिए अनुरोध किया है
आपने अपने सभी बकायों का भुगतान किया है
खाता बंद करने पर सेक्युरिटीज के अंतरण के लिए प्रभार सामान्य अंतरण के समान ही है। .
डिस्क्लेमर(प्रकटन) यह प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न कानून की व्याख्या नहीं है। यह डिपॉजिटरी प्रणाली से संबंधित शब्दों/ सिद्धांतों का सरल स्पष्टीकरण उपलब्ध करवाते हैं। इस खंड में उपलब्ध सूचना की प्रामाणिकता को सेबी प्रमाणित नहीं करता है। सारी सूचना मार्च 31, 2006 तक अद्यतन की गई है। डिपॉजिटरी प्रणाली को अभिशासित करने वाले कानून के पूर्ण विवरण के लिए कृपया कानूनी ढांचा खंड के अतंर्गत अधिनियम/ विनियमन/ दिशानिर्देश/ परिपत्र देखें।
नया खाता खोलनाः डीमैट तथा ऑनलाइन ट्रेडिंग
डीमैट तथा ऑनलाइन ट्रेडिंग खाते अब एसबीआई कैप सेक्युरिटीज लि. की बहियों में खोले जाते हैं। फिर भी, यदि किसी को डीमैट तथा/अथवा ऑनलाइन ट्रेडिंग खाता खुलवाना हो, तो उनके पास निम्नलिखित विकल्प होते हैः
- निकटतम एसबीआई शाखा में संपर्क करें – शाखा आवश्यक सूचना एकत्रित कर उसे एसबीआई कैप सेक्युरिटीज को अग्रेषित कर देगी।
- हमारी साइट https://bank.sbi/ के माध्यम से ग्राहक खाता खोलने का अनुरोध एसबीआई कैप सेक्युरिटीज लि. को प्रस्तुत कर सकता है। होम पेज में ऑनलाइन आवेदन फॉर्म देखें।
- ग्राहक खाता खुलवाने के लिए एसबीआई कैप सेक्युरिटीज लि. को सीधे आवेदन भी भेज सकता है। (www.sbismart.com)
Last Updated On : Thursday, 17-10-2024
ब्याज दर
2.70% प्रति वर्ष.
से प्रभावी>3.00% प्रति वर्ष.
10 करोड़ रुपए व अधिक, 15.10.2022 से प्रभावी
2.70% प्रति वर्ष.
रु 10 करोड़ से कम शेष राशि
3.00% प्रति वर्ष.
रु 10 करोड़ और अधिक शेष राशि
Stocks Securities
Criteria
- Features
- Eligibility
- Terms and Conditions
ब्याज दर
2.70% प्रति वर्ष.
से प्रभावी>3.00% प्रति वर्ष.
10 करोड़ रुपए व अधिक, 15.10.2022 से प्रभावी
2.70% प्रति वर्ष.
रु 10 करोड़ से कम शेष राशि
3.00% प्रति वर्ष.
रु 10 करोड़ और अधिक शेष राशि