"सभी बैंक जमाराशियों का निक्षेप बीमा और प्रत्यय गारंटी निगम (डीआईसीजीसी) की बीमा योजना के तहत बीमा किया गया है परंतु यह निम्नलिखित कुछ सीमाओं तथा शर्तों के अधीन हैः"
”डीआईसीजीसी बचत, नियत, चालू, आवर्ती आदि सभी जमाराशियों का बीमा करता है। किसी बैंक के प्रत्येक जमाकर्ता का समान अधिकार और समान क्षमता में रखे गए मूलधन और ब्याज राशि दोनों के लिए अधिकतम 5,00,000 रुपये (केवल पांच लाख रुपये) तक का बीमा किया जाता है जो उसके पास, बैंक के परिसमापन/लाइसेंस को रद्द करने की तारीख या उस तारीख को जबसे समामेलन/विलय/पुनर्निर्माण की योजना लागू की गई है, को था।"