जिस शाखा में आपका खाता है वहाँ आपको आनलाइन एसबीआई में पंजीकरण करना है
यदि एक से अधिक शाखाओं में आपके खाते मौजूद है तो आपको हर शाखा में अलग-अलग रूप से पंजीकरण करना होगा।
सामान्य रूप से आनलाइनएसबीआई की सेवाएं तभी ग्राहक को उपलब्ध कराई जाएगी जब उसके द्वारा पासवर्ड की पावती भेजी जाए ।
कृपया साइट पर अक्सर अपने खाते में लेन-देन करें या खाता शेष देखें । आपके खाते में विसंगति की स्थिति में कृपया ई-मेल या पत्र लिखकर शाखा को अवगत कराएं।
संयुक्त खाते के सभी खाताधारकों को आनलाइन एसबीआई में यूजर र के रूप में पंजीकरण का अधिकार है, परन्तु शाखा में दर्ज खाता परिचालन अधिकार के आधार पर लेन-देनों की अनुमति दी जाएगी। (शुरू में यह सेवा सिंगल अथवा संयुक्त दोनों में से एक या उत्तरजीवी खातों के लिए उपलब्ध होगा)
आनलाइन एसबीआई में किसी शाखा में ग्राहक के सभी खाते दिखाई देंगे, भले ही पंजीकरण फार्म में उसे सूचीबद्ध किया गया हो या नहीं। तथापि आवेदक अपने सुविधानुसार चयनित खातों को आनलाइन एसबीआई में देख सकेंगे।
सुरक्षा
ग्राहक का खाता जिस शाखा में हो, उस शाखा द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा। :
यूसर-आईडी तथा
पासवर्ड
जैसे ही ग्राहक पहली बार लाग-इन करें, उन्हें तुरंत अपने पसंद के यूजरनेम एवं पासवर्ड से उसे बदल देना चाहिए। यह अनिवार्य है।
इनमे से किसी भी सेवा की सुरक्षा सुनिश्चित करने तथा अनधिकृत पहुंच को रोकने के लिए बैंक उपलब्ध प्रौद्योगिकी का समुचित उपयोग करेगा। आनलाइन एसबीआई सेवा वेरिसाइन द्वारा प्रमाणित है और सुरक्षित साइट की गारंटी देता है। इसका अर्थ है कि
आप एसबीआई के उस समय संव्यवहार र कर रहे हैं। .
दो-तरफा संप्रेषण 128 बिट एसएसएल एनक्रिपशन तकनीक से सुरक्षित किया गया है जिससे ट्रान्समिशन के दौरान डाटा की विश्वसनीयता बनी रहे। .
इनके साथ साइट पर बनी ऐक्सेस कंट्रोल माध्यमों से आपके लेन-देनों में उच्च-स्तरीय सुरक्षा सुनिश्चित होती है। निकट भविष्य में एसबीआई पीकेआई/ डिजिटल हस्ताक्षर शुरू करनेवाला है। .
आप कहीं से भी और कभी भी आनलाइन एसबीआई को ऐक्सेस कर सकते है। परन्तु पूर्वोपाय के रूप में सार्वजनिक पहुंचवाले पीसी का उपयोग न करें। .
सिस्टम से पासवर्ड रिट्रीव करने का कोई तरीका नहीं है। यदि ग्राहक अपना पासवर्ड भूल जाए तो उसे शाखा में पुनः पंजीकरण करना चाहिए। .
बैंक की शर्तें
ग्राहकों से प्राप्त सभी अनुरोध बैकएंड पूर्ति के लिए लॉग इन किए जाते हैं और शाखा में दर्ज किए जाने के समय से प्रभावी होते हैं.
भारत में सामान्य बैंकिंग लेनदेन के लिए लागू नियम और कानून इस साइट के माध्यम से निष्पादित लेनदेन के लिए उत्परिवर्ती उत्परिवर्तन लागू होंगे.
OnlineSBI सेवा को अधिकार के रूप में दावा नहीं किया जा सकता है। बैंक इसे कभी भी विवेकाधीन सेवा में बदल सकता है
इस सेवा में ग्राहक और बैंक के बीच विवाद भारतीय गणराज्य में न्यायालयों के अधिकार क्षेत्र के अधीन है और भारत में प्रचलित कानूनों द्वारा शासित है .
बैंक ऑनलाइन सेवाओं की पेशकश या ऑनलाइन सेवा की शर्तों को संशोधित करने का अधिकार सुरक्षित रखता है। परिवर्तन साइट पर एक अधिसूचना के माध्यम से ग्राहकों को सूचित किया जाएगा।
ग्राहकों की बाध्यताएं
ग्राहक को बैंक के पास पंजीकृत यूजरनेम यूसरनेम एवं पासवर्ड की गोपनीयता बरकरार रखनी चाहिए। बैंक यह मान लेगा कि वैध यूजरनेम म व पासवर्ड से खोला गया सत्र (सेशन) ग्राहक द्वारा ही खोला गया।
वैध सत्र के जरिए किया गया लेन-देन पंजीकृत ग्राहक द्वारा किया गया माना जाएगा और उस पर बाध्यकारी होगा।
ग्राहक न तो खुद या दूसरों के माध्यम से आनलाइन एसबीआई पर पहुंच पाने के लिए किसी भी गैर-कानूनी तरीके से प्रयास करेंगे।
करें तथा न करें
ग्राहक को अपना/ अपनी आईडी एवं पासवर्ड गोपनीय रखना चाहिए तथा किसी अन्य व्यक्ति को प्रकट नहीं करना चाहिए। इस शर्त का अनुपालन न करने के कारण होने वाले नुकसान के लिए ग्राहक स्वयं जिम्मेदार होंगे। इसके लिए बैंक किसी भी प्रकार से जिम्मेदार नहीं होगा।
ग्राहक अपने इच्छानुसार आनलाइनएसबीआई सेवाओं के लिए पासवर्ड चुन सकते है। पूर्वोपाय के तौर पर जेनरिक स्वरूप के या अनुमान लगाए जा सकने वाले निजी डाटा जैसे कि नाम, पता, टेलिफोन नंबर, ड्राइविंग लाइसेंस, जन्मतिथि, इत्यादि का पासवर्ड न रखें। इसी प्रकार पासवर्ड को कहीं लिखकर रखने के बजाए कंठस्थ कर लेना अच्छी आदत होगी।
वैध सत्र के दौरान कम्प्यूटर को निगरानी के बिना छोड़ जाना सुरक्षित नहीं होगा। इससे आपके खाते के विवरण दूसरों को मिल सकता है। .