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कार्यनीतिक प्रशिक्षण इकाई
कार्यनीतिक प्रशिक्षण इकाई ( एसटीयू )- भारतीय स्टेट बैंक
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) में प्रशिक्षण एक सक्रिय, योजनाबद्ध और सतत प्रक्रिया है और संगठनात्मक विकास का अभिन्न हिस्सा है। इसका मुख्य उद्देश्य व्यक्तिगत विकास और संगठनात्मक प्रभावशीलता के लिए ज्ञान प्रदान करना, कौशल में सुधार और दृष्टिकोण को पुन: उन्मुख करना है ।
बैंकिंग जगत की वर्तमान अस्थिर, अनिश्चित, जटिल और अस्पष्ट माहौल में, एसटीयू लगातार कौशल और पुनर्कौशल प्रदान के माध्यम से अपने कर्मचारियों की कुशलता को संवारने के लिए प्रयासरत है । बैंकिंग तेज गति से सामान्य से अधिकाधिक विशेषीकृत होता जा रहा है । एसबीआई में, ऋण, जोखिम, अंतरराष्ट्रीय बैंकिंग, विपणन, ग्रामीण बैंकिंग, आईटी, नेतृत्व और मानव संसाधन क्षेत्रों में विशेष प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए छह शीर्ष प्रशिक्षण संस्थान (एटीआई) बखूबी कार्य कर रहे हैं । प्रत्येक एटीआई को डोमेन विशिष्ट विशेषीकृत संगठन में तब्दील कर दिया गया है और इस प्रकार ज्ञानार्जन की प्रक्रिया में अकादमिक उत्कृष्टता और व्यावहारिक अनुभव का दोहरा लाभ प्राप्त हो रहा है । इन एटीआई के प्रयासों को देश भर में फैले 50 स्टेट बैंक इंस्टीट्यूट्स ऑफ लर्निंग एंड डेवलपमेंट्स (एसबिएलडी), जो आमतौर पर बुनियादी प्रक्रिया केंद्रित कार्यक्रमों का आयोजित करते है, द्वारा पूरित किया जाता है ।
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प्रशिक्षण इतिहास
भारतीय स्टेट बैंक में प्रशिक्षण की अवधारणा करीब एक सदी पुरानी है। एसबीआई ने क्षेत्रीय स्तर पर 'स्टेट बैंक इंस्टीट्यूट ऑफ लर्निंग एंड डेवलपमेंट (एसबीआईएलडी)' के रूप में नामित 51 शिक्षण केंद्रों और अपने लगभग 241,000 कर्मचारियों की क्षमता निर्माण को पूरा करने के लिए वर्षों में विकसित 6 शीर्ष-पायदान 'एपेक्स ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (एटीआई)' सहित एक बहुत विस्तृत प्रशिक्षण नेटवर्क की स्थापना की।
भारतीय स्टे बैंक में प्रशिक्षण का विकास
- li class="cont-text-li">1922 - इंपीरियल बैंक के परिवीक्षाधीन सहायकों के लिए पहला प्रशिक्षण
- 1961 - पहला आवासीय प्रशिक्षण कॉलेज एसबीएससी हैदराबाद
- 1961-2022 – राज्यों में 6 एटीआई और 51 क्षेत्रीय शिक्षण केंद्र (एसबीआईएलडी)
शीर्ष प्रशिक्षण संस्थान (एटीसी)
- स्टेट बैंक स्टाफ कॉलेज, हैदराबाद (1961 )
- स्टेट बैंक ग्रामीण बैंकिंग संस्थान , हैदराबाद ( 1981 )
- स्टेट बैंक अकादमी, गुरुग्राम ( 1982 )
- स्टेट बैंक नवोन्मेषन एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, हैदराबाद ( 1987 )
- स्टेट बैंक आधार संस्थान ‘चेतना’, इंदौर ( 2011 )
- स्टेट बैंक नेतृत्व संस्थान, कोलकाता ( 2017 )
प्रशिक्षण दर्शन
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) में प्रशिक्षण एक सक्रिय, योजनाबद्ध और सतत प्रक्रिया है और संगठनात्मक विकास का अभिन्न हिस्सा है। इसका मुख्य उद्देश्य व्यक्तिगत विकास और संगठनात्मक प्रभावशीलता के लिए ज्ञान प्रदान करना, कौशल में सुधार और दृष्टिकोण को पुन: उन्मुख करना है ।
दृष्टि
कर्मचारियों को भविष्य के लिए तैयार करना
मिशन
- प्रशिक्षण में गुणात्मक सुधार को बढ़ावा देना
- कॉर्पोरेट लक्ष्यों के अनुरूप प्रशिक्षण को संरेखित करें
- बीएफएसआई क्षेत्र के लिए थिंक टैंक के रूप में कार्य करना
अध्यक्ष का संदेश

अध्यक्ष
बैंकिंग एवं वित्त जगत हमेशा से अनिश्चितताओं भरा रहा है। भारतीय स्टेट बैंक जैसे कुछ ही संगठन होंगे जो लंबे समय से निरंतर लोगों का पसंदीदा बने रहने का दावा कर सकें। आज के तेजी से बदलते घटनाक्रम और दिनोदिन बदलती टेक्नोलोजी के बीच भारतीय स्टेट बैंक लगातार अर्थव्यवस्था के आधार-स्तंभ के रूप में मजबूती से खड़ा है। भारतीय स्टेट बैंक के बाजार मूल्य एवं बाजार में बने रहने की उसकी शक्ति को पहचानना कोई कठिन काम नहीं है। यह निरंतर सीखते रहने और अपने इन अनुभवों से लाभ उठाने की उसकी प्रतिबद्धता में निहित है। नई-नई चीजें सीखने की ललक बैंक-कर्मियों की रग-रग में मौजूद है। व्यापार जगत के अपने रोजाना के अनुभवों से सीखकर आगे बढ़ते रहना उनकी आदत में शुमार है। बैंकिंग इंडस्ट्री में भी लगातार सक्रिय बने रहने के लिए संकल्पवान होना, नामी विश्वविद्यालयों को अनुदान देना और इसके माध्यम से शिक्षा जगत की जानी-मानी हस्तियों के साथ जुड़े रहना, शोध एवं विकास के लिए पोस्ट डॉक्टरल फेलोस की नियुक्ति करना, विश्व प्रसिद्ध संस्थाओं के साथ करार करना, विभिन्न क्षेत्रों की अनेक संस्थाओं को प्रशिक्षण देना हमारी प्रतिबद्धताओं में शामिल है। हमारे प्रशिक्षण कार्यक्रमों को सरकारी विभागों, बहुराष्ट्रीय कंपनियों, भारत एवं विदेश के बैंकों तथा महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों से सदैव से संरक्षण प्राप्त रहा है। इसके अलावा, हम वर्चुअल जगत के विख्यात विचारकों-चिंतकों, प्रोफेशनल एक्ज़ीक्यूटिव्स और संगठनों को निमंत्रित करने में भी अग्रसर रहे हैं। ऐसे सैकड़ों प्रशिक्षण कार्यक्रमों में वे अपने विचार हमसे साझा कर चुके हैं। हमारा उद्देश्य मजबूत अर्थव्यवस्था बनाने में योगदान करना है। एक ऐसी अर्थव्यवस्था जो सक्षम और प्रज्ञावान लोगों दवारा खड़ी की गई हो। हमारा निरंतर प्रयास रहा है कि भविष्य को आकार देने के लिए कृतसंकल्प लोगों से जुड़ें और अपनी अर्थव्यवस्था को नई ऊँचाइयों पर ले जाएं।
उप प्रबंधनिदेशक (एचआर) और सीडीओ का संदेश

उप प्रबंधनिदेशक (एचआर) और सीडीओ
किसी संगठन का विकास और यहाँ तक कि उसके अस्तित्व की कुंजी उस संस्थान के कर्मचारियों की क्षमता, सामर्थ्य और योग्यता में निहित होती है । इस तथ्य को भारतीय अर्थव्यवस्था के अनुभवी आईकॉन से बेहतर कोई नहीं समझ सकता । हम अपने क्रांतिकारी प्रशिक्षण परंपराओं के माध्यम से अपने ढाई लाख कर्मचारियों और हजारों बाहरी ग्राहकों के क्षमता विकास में पूरी संजीदगी से संलग्न है । संकाय और सामग्री सर्जकों के रूप में 400 से अधिक अनुभवी बैंकरों द्वारा संचालित एक विश्व स्तरीय बौद्धिक भंडार के माध्यम से लाखों ज्ञान पिपासुओं की सेवा करना बैंक के लिए सम्मान का बात है। इन अनुभवी प्रशिक्षकों ने प्रामाणिक व्यावसायिक मुद्दों के आधार पर हजारों केस स्टडीज, श्वेत पत्र, विशेष प्रशिक्षण सुविधाएं और ई-लेसन विकसित किए हैं । इस समृद्ध सामग्री को निष्पादन-संचालित संगठनों और पेशेवरों के समग्र और अनुभवात्मक ज्ञानार्जन के लिए ऑनलाइन उपलब्ध कराया गया है।
मुख्य महाप्रबंधक एवं प्रधान (एसटीयू) का संदेश

मुख्य महाप्रबंधक एवं प्रधान (एसटीयू) का संदेश
एसबीआई में प्रशिक्षण एक जीवन शैली है, जो न केवल वित्त बल्कि रणनीतिक सोच, व्यवहार दक्षता और ईक्यू, प्रौद्योगिकी प्रबंधन, सूचना सुरक्षा, ग्रास रूट डेवलपमेंट, इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग, सोशल मीडिया लेवरेजिंग, महामारी के समय में भी व्यापार निरंतरता जैसे समकालीन मुद्दों की प्रामाणिक समझ पर भी आधारित होती है।
हमारे प्रशिक्षण कार्यक्रम हमेशा कॉर्पोरेट प्राथमिकताओं, उभरती चुनौतियों और अवसरों के साथ सामंजस्य रखते हुए आयोजित किए जाते है । इसके अलावा, ज्ञानार्जन के स्तर को ऊंचा उठाने के लिए, बैंक की कार्यनीतिक प्रशिक्षण इकाई (एसटीयू) लगातार वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं और सीखने की प्रक्रिया में प्रयुक्त नवीनतम प्रौद्योगिकियों के अनुप्रयोग से खुद को अद्यतन रखती है।
यह वेबसाइट हमारे 6 शीर्ष प्रशिक्षण संस्थानों द्वारा उपलब्ध कराए जा रहे कस्टमाइज्ड कार्यक्रमों, जो बीएफएसआई क्षेत्र में कैरियर उन्मुख व्यक्तियों और संगठनों के लिए विशेष रूप से डिजाइन किए गए हैं, के लिए एक प्रवेश द्वार के समान है जो उन्हे व्यापक व्यापार और आर्थिक कौशल के साथ- साथ प्रबंधन क्षमताओं को बढ़ाने में भी मदद करता है।

ब्याज दर
2.70% प्रति वर्ष.
से प्रभावी>3.00% प्रति वर्ष.
10 करोड़ रुपए व अधिक, 15.10.2022 से प्रभावी
2.70% प्रति वर्ष.
रु 10 करोड़ से कम शेष राशि
3.00% प्रति वर्ष.
रु 10 करोड़ और अधिक शेष राशि