SBIIT Hyderabad - Strategic Training Unit
स्टेट बैंक नवोन्मेषन एवं प्रौद्योगिकी संस्थान
स्टेट बैंक नवोन्मेषन एवं प्रौद्योगिकी संस्थान
हमारे बारे में:
आईएसओ 9001:2015 प्रमाणित, स्टेट बैंक नवोन्मेषन एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (एसबीआईआईटी), की स्थापना ऐतिहासिक हैदराबाद शहर में 1987 में हुई थी। यह भारतीय स्टेट बैंक का शीर्ष 'प्रौद्योगिकी और डिजिटल' प्रशिक्षण संस्थान है जिसे आईटी से संबंधित प्रशिक्षण, शोध और विकास, नवोन्मेषन और ई-लर्निंग में विशेषज्ञता प्राप्त है। भारतीय बैंकिंग उद्योग में यह एक अनूठा प्रशिक्षण संस्थान है और पूरे दक्षिण-पूर्व एशिया में अपनी तरह के पहली संस्थानों में से एक है । भारतीय स्टेट बैंक को एक पारंपरिक बैंक से आईटी सक्षम डिजिटल बैंक में परिवर्तित करने में संस्थान की महत्वपूर्ण भूमिका रही है ।
संस्थान स्टेट बैंक के अधिकारियों को प्रशिक्षण प्रदान करता है, बैंकिंग प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में शोध करता है एवं अन्य बैंकों और वित्तीय संस्थानों के अधिकारियों को भी प्रशिक्षण प्रदान करता है। बैंक की ई-लर्निंग प्रणाली का प्रबंधन एसबीआईआईटी द्वारा ही किया जाता है। बैंक द्वारा लगभग 1000 घंटे की ई-लर्निंग सामग्री तैयार की गई है और वैश्विक स्तर पर बैंक के 2,40,000 से अधिक कर्मचारियों को उपलब्ध कराई गई है।
श्री पीयूष कुमार
( निदेशक, एसबीआईआईटी )
श्री पीयूष कुमार 1995 में परिवीक्षाधीन अधिकारी के रूप में बैंक की सेवा में आए। 28 वर्षों की अवधि में, उन्होंने रिटेल बैंकिंग, कॉर्पोरेट बैंकिंग और अंतर्राष्ट्रीय बैंकिंग में विविध दायित्वों का निर्वहन किया है। उन्होंने मस्कट, ओमान में मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में भी कार्य किया।
उन्होंने स्टेट बैंक अकादमी, गुड़गांव में एक संकाय के रूप में कार्य किया। उन्होंने कार्यनीतिक प्रशिक्षण इकाई, कॉर्पोरेट सेंटर में उप महाप्रबंधक (मानव संसाधन) के पद पर भी कार्य किया, जहाँ अन्य बातों के साथ-साथ बैंक के सभी 51 एसबीआईएलडी के संचालन की देखरेख का दायित्व भी था । 01 जुलाई 2023 को महाप्रबंधक और निदेशक, स्टेट बैंक नवोन्मेषन एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, हैदराबाद का पदभार संभालने से पहले वे एसबीआईआईटी, हैदराबाद में उप महाप्रबंधक (अनुसन्धान एवं प्रशासन ) के रूप में पदस्थापित थे।
प्रबंधन टीम – एसबीआईआईटी के निदेशक को उप-महाप्रबंधकों के एक प्रबंधन टीम द्वारा सहयोग प्रदान किया जाता है :
श्री पाणिग्राही एक विशेषज्ञ अधिकारी के रूप में वर्ष 2002 में तत्कालीन स्टेट बैंक ऑफ मैसूर में शामिल हुए थे| वे एक विज्ञान स्नातक होने के साथ साथ एमसीए भी उत्तीर्ण हैं और पीएमपी प्रमाणन सहित कई बैंकिंग प्रमाणपत्र भी सफलतापूर्वक प्राप्त किए हैं | उन्होंने बैंगलोर में आईटी सेवा विभाग में विभिन्न क्षमताओं में कार्य किया है । एसबीआईकैप सिक्योरिटीज लिमिटेड में उपाध्यक्ष-आईटी का दायित्व निभाने के अलावा उन्होने जीआईटीसी, नवी मुंबई में भी सेवाएँ प्रदान की हैं | बैंक में शामिल होने से पूर्व उन्होंने 10 वर्षों तक विभिन्न पदों पर कई प्रतिष्ठित निजी क्षेत्र की कंपनियों में कार्य किया है | एसबीआईआईटी में आने से पूर्व वे जीआईटीसी, बेलापुर, नवी मुंबई में उप महाप्रबंधक, आईटी ऑपरेशंस एंड सेटलमेंट के रूप में कार्य कर रहे थे ।
अर्थशास्त्र में स्नातक संजय कुमार कथूरिया 1998 में परिवीक्षाधीन अधिकारी के रूप में बैंक की सेवा मे आए। बैंक में अपने 25 वर्षों के करियर के दौरान, उन्होंने रीटेल बैंकिंग, वाणिज्यिक ऋण और परियोजना वित्त सहित विभिन्न कार्यों को संभाला है।उन्होंने जीआईटीसी, नवी मुंबई में कोर बैंकिंग प्रोजेक्ट में सीबीएस डेवलपमेंट, संचालन और एसबीआई के साथ एसोसिएट बैंकों और भारतीय महिला बैंक के विलय के लिए कोर टीम के सदस्य के रूप में भी काम किया। श्री संजय कुमार कथूरिया 1 जुलाई 2023 से एसबीआईआईटी हैदराबाद में उप महाप्रबंधक (आर एंड ए) के रूप में तैनात हैं।
संकाय:
सुश्री जयश्री ललिता ने 1994 में एसबीआई में योगदान दिया था। उन्हें शाखा संचालन, सामान्य बैंकिंग और आईटी में व्यापक अनुभव है । उन्हें सूचना प्रौद्योगिकी में समृद्ध अनुभव प्राप्त है और बैंक के लेनदेन को मैनुअल बैंकिंग से प्रौद्योगिकी सक्षम मंच यानी कोर बैंकिंग समाधान में परिवर्तन के दौरान उन्होने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी । वे एसबीआई के इंटरनेट बैंकिंग प्लेटफार्मों में विभिन्न सुविधाओं के विकास का भी हिस्सा रही हैं ।
बय्या वेंकटेश्वर राव ने 1998 में बैंक ज्वाइन किया था। वे सिविल इंजीनियरिंग में स्नातकोत्तर होने के साथ-साथ CAIIB और ओरेकल प्रमाणित पेशेवर भी है। एसबीआई द्वारा शुरू की गई आईटी सक्षम परियोजनाओं का उनके पास व्यापक और गहन अनुभव है। उनके पास शाखा संचालन अनुभव साथ-साथ कॉर्पोरेट स्तर पर एसबीआई के निष्पादन एवं योजना विभाग में काम करने का व्यापक अनुभव भी है।
श्रीनिवास राव डी एन ने वर्ष 1996 में बैंक ज्वाइन किया था। उन्हें बैंकिंग और वित्त में विशेषज्ञता के साथ वाणिज्य में स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त हैं । सीएआईबी उत्तीर्ण होने के साथ-साथ उन्होने एएमएफआई, आईआरडीए, एनआईएसएम, एमएसएमई, साइबर अपराध और धोखाधड़ी प्रबंधन, प्रतिभूति, परिचालन और जोखिम प्रबंधन, एसआई अनुपालन, निवेश सलाहकार, एएमएल और केवाईसी, इक्विटी, डेरिवेटिव और डिजिटल बैंकिंग में प्रमाणपत्र भी प्राप्त किया हैं। उन्हें शाखा संचालन और खुदरा ऋण ( वैयक्तिक/एसएमई वित्त) में भी काफी अनुभव प्राप्त है । उनकी डोमेन रुचि नई प्रौद्योगिकी पहल और डिजिटल उत्पादों में है, विशेष रूप से इंटरनेट बैंकिंग और एसबीआई की अद्वितीय डिजिटल पहल YONO में ।
एन गोपाला कृष्ण मूर्ति 1986 में बैंक से जुड़े थे। उन्होने इग्नू दिल्ली से एमबीए (बैंकिंग एंड फाइनेंस) उत्तीर्ण किया हैं । उन्हें शाखा संचालन, जोखिम प्रबंधन और अनुपालन में काम करने का व्यापक अनुभव होने के साथ-साथ एसएमई अग्रिमों में विशेषज्ञता हासिल है। वे "द इंडियन बैंकर" पत्रिका सहित विभिन्न प्रकाशनों में लेखों का योगदान देने में गहरी रुचि लेते हैं ।
श्री दीपक कुमार के पास भारतीय स्टेट बैंक के अंतर्गत महत्वपूर्ण भूमिकाओं में 24 से अधिक वर्षों का विविध अनुभव है. इसमें एक परियोजना प्रबंधक के रूप में आईटी सेवा विभाग में 6 साल से अधिक की विशेषज्ञता शामिल है। वर्तमान में, वह सहायक महाप्रबंधक (संकाय) के रूप में अपनी भूमिका में प्रशिक्षक और सुविधा प्रदाता के रूप में कार्य करते हैं।उनका प्राथमिक ध्यान युवा बैंकरों और पेशेवरों के विकास को बढ़ावा देने पर है, उन्हें एसबीआई में प्रभावी ढंग से सेवा करने के लिए व्यावहारिक प्रदर्शन और अद्यतित ज्ञान से लैस करना है। वह व्यावसायिक प्रक्रियाओं को बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने के बारे में सघनता से लगे हैं। उनका दृढ़ विश्वास है कि सूचना प्रौद्योगिकी में व्यापार की दुनिया की गतिशीलता में क्रांति लाने की क्षमता है। शिक्षण उसके लिए सिर्फ एक पेशा नहीं है; यह उनका असली जुनून है। वह दूसरों को ज्ञान और कौशल प्रदान करने में अत्यंत संतुष्टि पाते हैं. उनके विचार में, पढ़ना ज्ञान प्राप्त करने और विविध दृष्टिकोण प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह शिक्षण क्षमताओं को भी मजबूत करता है और प्रस्तुति कौशल को बढ़ाता है। डिजिटल बैंकिंग, विभिन्न प्रौद्योगिकी प्लेटफार्मों और समाधानों में अपनी विशेषज्ञता के अतिरिक्त, वह विशेष रूप से बैंकिंग प्रौद्योगिकी (एआई, ब्लॉकचेन, आईओटी, एनालिटिक्स आदि) और साइबर सुरक्षा में उभरते रुझानों के बारे मे भिज्ञ बने रहने में रुचि रखते हैं। वह बैंकिंग उद्योग के विकसित परिदृश्य को प्रभावी ढंग से नेविगेट करने के लिए इन क्षेत्रों में अद्यतन रहने के महत्व को पहचानते हैं।
योग्यता:
ए. स्नातक की डिग्री (विज्ञान)
बी. व्यावसायिक योग्यता और प्रमाणन:
- बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (फाइनेंस) में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा।
- आईआईबीएफ से एसएमई वित्त में प्रमाणन
- आईआईबीएफ से व्यापार वित्त में प्रमाणन
- आईआईबीएफ से केवाईसी और एएमएल में प्रमाणन
- डिजिटल बैंकिंग में सर्टिफिकेट कोर्स
- ग्राहक सेवा और बैंकिंग कोड और मानक
- व्यक्तियों के लिए विदेशी मुद्रा सुविधाएं
- डेट मार्केट डीलर के मॉड्यूल में प्रमाणन- फिक्स्ड इनकम मनी मार्केट एंड डेरिवेटिव्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एफआईएमएमडीए)
- प्रमाणित बीमा सुविधाप्रदाता
- सर्टिफाइड एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स ऑफ इंडिया (एएमएफआई)
सी. वित्त में पीएचडी करना.
श्री राजशेखर ने 1998 में एसबीआई ज्वाइन किया था। वे विज्ञान विषय से स्नातक होने के साथ साथ आईसीएफएआई से एमबीए (फाइनेंस) डिग्री प्राप्त हैं। उनके पिछले कार्य अनुभवों में रिटेल, कॉर्पोरेट, इंटरनेशनल बैंकिंग और ट्रेजरी जैसे बैंकिंग के विभिन्न वर्टिकल शामिल है । श्री राजशेखर ने एसबीआई (कैलिफोर्निया), सैन डिएगो शाखा में प्रबंधक (क्रेडिट एंड फॉरेक्स) के रूप में भी कार्य किया है। उन्होंने मनी मार्केट डीलर, इक्विटी डीलर और कॉर्पोरेट बॉन्ड डीलर के रूप में भी कार्य किए हैं ।
श्री उमाकांत सीवीएस वाणिज्य में स्नातकोत्तर और प्रमाणित लागत लेखाकार हैं। उन्हें भारतीय स्टेट बैंक के सूचना प्रौद्योगिकी विभागों के विभिन्न डोमेनों में कार्य करने का 23 वर्षों का अनुभव प्राप्त है, विशेष रूप से आईटी डिजाइनिंग, विकास और परियोजना प्रबंधन में। एक प्रमाणित सूचना सुरक्षा लेखा परीक्षक होने के कारण उन्हें बैंकिंग एवं वित्तीय क्षेत्र से जुड़े आईएस और साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में बहुमुखी अनुभव प्राप्त है । ज्ञान के प्रसार के प्रति उनके जुनून ने उन्हें ट्रेनर की भूमिका चुनने के लिए प्रेरित किया और वर्तमान में वे एसबीआईआईटी- हैदराबाद (एसबीआई का शीर्ष आईटी प्रशिक्षण और नवाचार केंद्र) में बैंकिंग डोमेन से संबंधित आईटी और डिजिटल उत्पादों पर सत्र ले रहे हैं। वे आईएस और साइबर सुरक्षा से संबंधित विभिन्न गतिविधियों जैसे कंटैंट डेवलपमेंट, सत्र लेना और राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बैंकों को कॉर्पोरेट प्रशिक्षण उपलब्ध कराने का कार्य भी देख रहे है ।
श्री सुशील पोरवाल 2007 में परिवीक्षाधीन अधिकारी (पीओ) के रूप में एसबीआई में शामिल हुए। उन्होंने मार्केटिंग और सिस्टम में दोहरी विशेषज्ञता के साथ प्रबंधन (एमबीए) में मास्टर डिग्री हासिल की है। उन्होंने सीएआईआईबी पूरा किया है और आईआईबीएफ से विभिन्न प्रमाणपत्र प्राप्त किए हैं। उनके पास बैंकिंग उद्योग में 15 से अधिक वर्षों का अनुभव है जिसमें शाखा प्रबंधक के रूप में 9 वर्ष शामिल हैं। उनकी रुचि के क्षेत्र डिजिटल मार्केटिंग, डिजिटल ऐप आदि हैं।
श्री रामकृष्ण गुटुला वर्ष 2013 में उप प्रबंधक (सिस्टम) के रूप में बैंक में शामिल हुए। उन्होंने आंध्र विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रॉनिक्स में स्नातकोत्तर किया है। उन्होंने जेएआईआईबी, सीएआईआईबी, आईटी सुरक्षा, साइबर अपराध और धोखाधड़ी प्रबंधन की रोकथाम और सूचना प्रणाली बैंकर में प्रमाणपत्र पूरा किया है। उन्होंने 6 साल तक एलएचओ जयपुर में सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर के रूप में और फिर 3 साल तक प्रशासनिक कार्यालय, निजामाबाद में आईटी सपोर्ट ऑफिसर के रूप में काम किया।
सुश्री मीनाक्षी जैन एजीएम (संकाय) बीटेक और एमबीए हैं। उन्हें एटीएम ऑपरेशंस और आईटी सपोर्टका व्यापक अनुभव है। उन्होंने सीएम लोकल कमांड सेंटर के रूप में जयपुर सर्किल में एटीएम वर्टिकल स्थापित करने की जिम्मेदारी सफलतापूर्वक संभाली है। उन्होंने प्रशासनिक कार्यालय जयपुर/जोधपुर में विभिन्न कार्यों को संभालने वाले सीएम /एजीएम सिस्टम के पद को संभाला है।
श्री विपिन कुमार ने वर्ष 2010 में भारतीय स्टेट बैंक में मैनेजमेंट एग्जीक्यूटिव के रूप में ज्वाइन किया था। वह एसआईबीएमपुणे से संचालन प्रबंधन में विशेषज्ञता के साथ बिजनेस मैनेजमेंट में स्नातकोत्तर हैं। वह एक सीएआईआईबी प्रमाणित प्रोफेशनलहैं। उनके पास 12 से अधिक वर्षों का बैंकिंग अनुभव है और उन्होंने लखनऊ और महाराष्ट्र सर्कल में फील्ड ऑफिसर, मैनेजर (एनपीए) और शाखा प्रबंधक की क्षमता में काम किया है। उनका मानना है कि सीखना एक सतत प्रक्रिया है। उनकी रुचि के क्षेत्रों में डिजिटल बैंकिंग और नई प्रौद्योगिकियों के बारे में पढ़ना शामिल है।
श्री एस सतीश कुमार, एजीएम (संकाय) वर्ष 1995 में चेन्नई सर्किल में बैंक में शामिल हुए। उन्होंने क्रिमिनोलॉजी में पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री हासिल की है। उन्होंने डिजिटल बैंकिंग पर सीएआईआईबी और आईआईबीएफ सर्टिफिकेट कोर्स पूरा किया है।
अधिकारी के रूप में अपने 19 वर्षों के कार्यकाल मे, उन्होंने पीईआर / एसएमई / एग्री व्यवसाय वाली शाखाओं मे विभिन्न क्षमताओं में काम किया । उन्होंने सीएम अनुपालन, आरबीओ -2 सलेम के रूप में भी काम किया। उनकी रुचि डिजिटल उत्पादों विशेष रूप से एसबी कलेक्ट / साइट एकीकरण में है।
एसबीआईआईटी में पदस्थापित होने से पहले, वह तंजावुर मुख्य शाखा के एजीएम थे। उनके शौक/रुचि में बैडमिंटन, टेबल टेनिस, क्रिकेट खेलना और संगीत शामिल है।
शाजी नीलकंदन 1995 में परिवीक्षाधीन अधिकारी के रूप में शामिल हुए। उन्होंने कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग त्रिवेंद्रम से बीटेक किया है। अक्टूबर 2022 में एसबीआईआईटी में शामिल होने से पहले, उन्होंने कन्नूर शाखा के क्षेत्रीय प्रबंधक, एजीएम (डी एंड टीबी) और एजीएम (शाखा प्रमुख) सहित विभिन्न कार्यों को संभाला। उन्होंने दुबई क्षेत्रीय प्रधान कार्यालय में आरएम-एफआई डेस्क शुरू किया। उन्होंने दो अन्य शाखाओं का नेतृत्व किया और शाखा कम्प्यूटरीकरण और क्रेडिट विश्लेषक के लिए परियोजना अधिकारी के रूप में पदों पर रहे।
शौक में बैडमिंटन और पढ़ना शामिल है।
श्री बी अरुण चौधरी 2009 में एसबीआई में परिवीक्षाधीन अधिकारी के रूप में शामिल हुए थे। उनके पास इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार में विशेषज्ञता के साथ बीटेक की डिग्री है।
उनके पास शाखा प्रमुख के रूप में 7 साल से अधिक, क्रेडिट में 3 साल, डिजिटल बैंकिंग में 2 साल का अनुभव है। उन्होंने स्केल II, III और IV में 4 अलग-अलग शाखाओं का नेतृत्व किया है।
प्रोबेशनरी ऑफिसर के रूप में एसबीआई में शामिल होने से पहले, उन्होंने 4 साल तक सॉफ्टवेयर डेवलपर के रूप में काम किया।
उनकी रुचि के क्षेत्र में डिजिटल बैंकिंग, सीआरएम, बैंकिंग क्षेत्र में नई प्रौद्योगिकियां, साइबर सुरक्षा आदि शामिल हैं।
शोध अधिकारी
श्री थोमस मैथ्यू वर्ष 2009 में बैंक में शामिल हुए। उनके पास बैंकिंग उद्योग में 14 वर्षों से अधिक का अनुभव है।
उन्होंने एमसीए, एमएचआरएम, पीजीडीबीए (एचआर और फाइनेंस) पूरा किया है और सीएआईआईबी भी पूरा किया है। वह बीसीए और पीजीडीबीए के लिए यूनिवर्सिटी गोल्ड मेडलिस्ट हैं। बैंक में अपनी 14 वर्षों की सेवा में, उन्होंने दो शाखाओं का नेतृत्व किया है और क्रेडिट और विदेशी मुद्रा विभागों में प्रमुख रूप से काम किया है।
वह वर्तमान में एसबीआईआईटी के अनुसंधान विंग में हैं और तब से विभिन्न परिचालन अनुसंधान अध्ययनों की तैयारी में शामिल हैं।
हर्ष सांखला वर्ष 2013 में बैंक में शामिल हुए। उनके पास बैंकिंग उद्योग में 10 वर्षों से अधिक का अनुभव है।
उन्होंने प्रबंधन अध्ययन (वित्त) में स्नातकोत्तर किया और इंजीनियरिंग ग्रेजुएट (बीई मैकेनिकल) हैं। उन्होंने सीएआईआईबी भी पूरा कर लिया है। बैंक में अपनी 10 वर्षों की सेवा में, उन्होंने तीन शाखाओं का नेतृत्व किया और क्रेडिट और संचालन में काम किया।
वह वर्तमान में एसबीआईआईटी के रिसर्च विंग में हैं।
हमारे पाठ्यक्रम
क्रम संख्या | कोर्स का नाम |
---|---|
1 | PHP & HTML |
2 | Core Java & Advanced Java |
3 | Spring |
4 | Oracle DBA |
5 | .Net, ASP.Net MVC |
6 | Android Development |
7 | Virtualization & Cloud Computing |
8 | IS & Cyber Security |
9 | Linux & Shell Programming |
10 | PL/SQL |
11 | Networking & Network Security |
12 | Python & Machine Learning |
13 | Big Data & Hadoop |
14 | Project Management Programme on lines of PMP |
15 | Agile Methodologies, Scrum and DevOps |
16 | Windows Server Administration |
17 | Javascript & Angular JS |
नामांकन
कृपया सम्पूर्ण विवरण के साथ संलग्न नामांकन फॉर्म jdtr.sbiit@sbi.co.in को मेल के माध्यम से भेजें । (नामांकन फॉर्म)
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लाभार्थी का नाम : SBIIT Drawing A/c
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बैंक / शाखा : SBI, PBB Banjara Hills
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(कृपया नामांकन पत्र में दर्ज करने के लिए UTR को नोट कर लें )
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संपर्क : 91 40 23388233 / 23388235
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रोड़ नंबर-12, बंजारा हिल्स,
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ई-मेल : sbiit@sbi.co.inसंपर्क. : +91 40 23388203
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प्रतिभागियों के विचार
- आनुमानिक विश्लेषण में, संचालन में, विश्लेषिकी में, प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण और ग्राहक संबंध अनुप्रयोगों में मशीन लर्निंग के उपयोग के बारे में सीखा ।
- वर्चुअलाइजेशन और क्लाउड कंप्यूटिंग कार्यक्रम की सामग्री को उत्कृष्ट रूप से डिजाइन किया गया है जिसमें सभी महत्वपूर्ण ज्ञान क्षेत्रों को शामिल किया गया है। अनुभवी, जानकार और अच्छी तरह से वाकिफ फैकल्टी इस कार्यक्रम की विशेषता है।
- एजाईल/स्क्रम/डेवोप्स पर बहुत अच्छी तरह से तैयार और बहुत ही कुशल तरीके से निष्पादित कार्यक्रम । संकाय ने सत्र को दिलचस्प बनाने में कोई कमी नहीं रहने दी एवं सभी प्रतिभागियों की रुचि को बनाए रखा ।
- आईएस और साइबर सुरक्षा पर तेज, लचीला एवं उत्कृष्ट परिणाम उन्मुख शिक्षण कार्यक्रम जिसमें बैंक के व्यापार प्रदर्शन पर इसके प्रभाव के बारे में भी बताया गया ।
- डिजिटल बैंकिंग कार्यक्रम में डिजिटल बैंकिंग के नए रुझानों को बहुत अच्छी तरह बताया गया एवं संकाय भी उत्कृष्ट था ।
ब्याज दर
2.70% प्रति वर्ष.
10 करोड़ रुपए से कम, 15.10.2022 से प्रभावी
3.00% प्रति वर्ष.
10 करोड़ रुपए व अधिक, 15.10.2022 से प्रभावी
2.70% प्रति वर्ष.
रु 10 करोड़ से कम शेष राशि
3.00% प्रति वर्ष.
रु 10 करोड़ और अधिक शेष राशि
7.00%
2 वर्ष से 3 वर्ष से कम तक
6.50%
5 वर्ष से अधिक और 10 वर्ष तक
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Criteria
- Features
- Eligibility
- Terms and Conditions
ब्याज दर
2.70% प्रति वर्ष.
10 करोड़ रुपए से कम, 15.10.2022 से प्रभावी
3.00% प्रति वर्ष.
10 करोड़ रुपए व अधिक, 15.10.2022 से प्रभावी
2.70% प्रति वर्ष.
रु 10 करोड़ से कम शेष राशि
3.00% प्रति वर्ष.
रु 10 करोड़ और अधिक शेष राशि
7.00%
2 वर्ष से 3 वर्ष से कम तक
6.50%
5 वर्ष से अधिक और 10 वर्ष तक