कॉरपोरेट इंटरनेट बैंकिंग संबंधी प्रायः पूछे जानेवाले प्रश्न - Faq's
कॉरपोरेट इंटरनेट बैंकिंग संबंधी प्रायः पूछे जानेवाले प्रश्न
कॉरपोरेट इंटरनेट बैंकिंग संबंधी प्रायः पूछे जानेवाले प्रश्न
कॉरपोरेट इंटरनेट बैंकिंग संबंधी प्रायः पूछे जानेवाले प्रश्न
भारतीय स्टेट बैंक का कॉरपोरेट इंटरनेट बैंकिंग (सीआईएनबी) वह चैनल है जो कॉरपोरेट ग्राहकों (किसी व्यक्ति से इतर ग्राहक जैसे कि फर्म, कंपनी, न्यास, साझेदारी, एकल स्वामित्ववाले प्रतिष्ठान इत्यादि) को इंटरनेट की शक्ति एवं सुविधा के सहयोग से बैंकिंग गतिविधियां, कहीं से भी और कभी भी ऑनलाइन माध्यम से करने की सुविधा देता है।
कॉरपोरेट इंटरनेट बैंकिंग के प्रयोजन के लिए, कोई भी व्यक्ति-इतर ग्राहक, चाहे वह एकल व्यक्ति उद्यम, लघु व्यवसाय उद्यम, फर्म, न्यास, संस्थान, सरकारी संगठन या बृहद् उद्योगसमूह हो को कॉरपोरेट माना जाता है। भारतीय स्टेट बैंक के किसी शाखा में खाता रखनेवाले कोई भी कॉरपोरेट सीआईएनबी का लाभ ले सकता है।
एसबीआई के ऑनलाइन बैंकिंग साइट www.onlinesbi.com . पर जाए। सीआईएनबी के होम पेज पर ‘कॉरपोरेट बैंकिंग’ टैब को क्लिक करें। .
हाँ, CINB सुविधा एसबीआई की सभी शाखाओं द्वारा देश भर में उपलब्ध करा दिया जाएगा
नहीं। कॉरपोरेट इंटरनेट बैंकिंग जैसे कि नाम से पता चलता है केवल कॉरपोरेट ग्राहकों (व्यक्ति से इतर ) के लिए ही है। व्यक्तिगत ग्राहकों के लिए अलग से खुदरा इंटरनेट बैंकिंग सुविधा उपलब्ध है।
रीटेल इंटरनेट बैंकिंग सुविधा एक सिंगल यूसर उत्पाद है जबकि सीआईएनबी (खाता प्लस, व्यापार तथा विस्तार) में कॉरपोरेट के आवश्यकतानुसार विभिन्न अधिकार वाले एक से अधिक यूसर्स होते है। वास्तव में सीआईएनबी में कॉरपोरेट के पास आंतरिक यूसर्स को बैंकिंग खाते के लिए अपने विवेकाधिकार के अनुसार ऐक्सेस देने तथा गत्यात्मक रूप से बैंकिंग लेन-देनों की अनुमतियों का प्रबंधन करने और उनकी निगरानी करने की क्षमता प्राप्त है।
एसबीआई का इंटरनेट बैंकिंग पोर्टल www.onlinesbi.com अत्यधिक सुरक्षित, वेरिसाइन द्वारा प्रमाणित साइट है जिसमें लेन-देन का डाटा एनक्रिप्ट किए गए एसएसएल (256-बिट एसएसएल टनल) माध्यम से गुजरता है जो कि इंटरनेट पर उच्चतम स्तर की सुरक्षा है। उन्नत ईवी-एसएसएल प्रमाणपत्र वेबसाइट की विश्वसनीयता का प्रमाण देता है जो यूसर्स को अनधिकृत साइटों से ऐक्सेस करने से रोकता है।
हाँ, एसबीआई में हम विभिन्न कॉरपोरेटों की आकार एवं जटिलता के आधार पर उनकी बैंकिंग आवश्यकताओं को समझते है। अतः विभिन्न आवश्यकताओं तथा विभिन्न लक्ष्य समूहों के अनुरूप हमने विभिन्न इंटरनेट बैंकिंग उत्पादों को डिजाइन किया है। निम्नलिखित में से आप अपने लिए उपयुक्त उत्पाद चुन सकते हैः
- ए. खाता (अड्वांटेज) – यह उन लघु फर्मों या संस्थानों के लिए है जो एसबीआई की एक ही शाखा में खाता रखते है तथा जो सिर्फ ऑनलाइन पूछताछ और खाता स्टेटमेंट डाउनलोड करना चाहते है। इस उत्पाद में ऑनलाइन लेन-देन की अनुमति नहीं है।
- बी. खाता प्लस (अड्वांटेज प्लस) – यह एक बहु-यूसर पूछताछ उत्पाद है जो थोडे बड़ें फर्मों या संस्थानों के लिए है जो एसबीआई के एक से अधिक शाखाओं के साथ बैंकिंग करते है। इसमें संगठन के एक से अधिक यूसर्स को पूछताछ की सुविधा दी जाती है । इस उत्पाद में ऑनलाइन लेन-देन की अनुमति नहीं है।
- सी. सरल – यह एक सरलीकृत एकल यूसर लेन-देन सुविधा युक्त उत्पाद है जो एकल स्वामित्ववाले प्रतिष्ठानों, सूक्ष्म उद्यमों अथवा व्यक्तिगत व्यवसायियों के लिए उपयुक्त है जिनको उनके व्यवसायिक खाते में ऑनलाइन लेन-देन सुविधा की आवश्यकता है। इस उत्पाद में यूसर को अपने खुद के खातों के बीच या अन्य पक्ष खातों के लिए प्रति दिन ₹रु. 5.00 लाख तक की सीमा तक निधि अंतरण का लेन-देन अधिकार प्रदान किया जाता है। अंतरा तथा अंतर बैंक लेन-देन दोनों संभव है।
- डी. व्यापार (प्रिविलेज) – यह एक बहु-यूसर लेन-देन उत्पाद है जो लघु तथा मध्यम उद्यमों तथा एसबीआई के किसी एक शाखा में खाता रखने वाले संगठनों के लिए है जो अपने यूजरों को विवेकाधिकार के हिसाब से ऐक्सेस/ लेन-देन अधिकार देना चाहते हैं । कॉरपोरेट का एडमिनिस्ट्रेटर अन्य यूसरों का सृजन करता है तथा विभिन्न खातों के लिए प्रति लेन-देन के लिए ₹रु. 50.00 लाख की अधिकतम राशि की सीमा तक उनको अधिकार देता है। प्रति दिन किए जानेवाले लेन-देनों की संख्या की कोई सीमा नहीं है। .
- ई. विस्तार (फ्रीडम) – यह बड़े और बहुत बड़े कारपोरेटों, सरकारी संगठनों तथा संस्थानों के लिए उपयुक्त संपूर्ण इंटरनेट बैंकिंग समाधान है। इसमें बहु-यूसरों को विवेकाधिकार के अनुरूप विभिन्न शाखाओं के खातों के लिए ऐक्सेस/ लेन-देन अधिकार देने की क्षमता है। कॉरपोरेट एडमिनिस्ट्रेटर अन्य यूसरों का सृजन करते है तथा प्रति लेन-देन के लिए ₹ रु. 500.00 करोड़ की अधिकतम सीमा के अधीन को विभिन्न खातों के लिए उनके अधिकार निर्दिष्ट करते हैं। प्रति दिन किए जानेवाले लेन-देनों की संख्या की कोई सीमा नहीं है।
ए. खाता, सीआईएनबी की सिंगल यूसर पूछताछ सुविधा है। सिर्फ एक कस्टमर नंबर से जुड़े खाते को इसमें देखा जा सकता है। इसे व्यापार अथवा विस्तार जैसे अन्य उत्पाद में अपग्रेड नहीं किया जा सकता है।
बी. खाता प्लस बहु-यूसर पूछताछ सुविधा है। यह बहु-यूसर वाले कॉरपोरेटों के लिए है जो एसबीआई के एक से अधिक शाखाओं में लेन-देन करते है। इसमें विभिन्न कस्टमर नंबरों के साथ खुले खातों को एक कॉरपोरेट आईडी के साथ जोड़ा जा सकता है। इसके अलावा कॉरपोरेट एडमिनिस्ट्रेटर यूसरों को विवेकाधिकार के अनुसार खातों को देखने तथा स्टेटमेंट डाउनलोड करने के लिए अधिकार दे सकते है।
आप एसबीआई की शाखा, जहां आपने खाता खोला है को उपर्युक्त प्रश्न 8 में उल्लिखित विभिन्न कॉरपोरेट इंटरनेट बैंकिंग उत्पादों में से किसी एक को प्राप्त करने के लिए संपर्क कर सकते है।
विभिन्न उत्पादों के लिए आवश्यक फार्म हमारे ऑनलाइन बैंकिंग वेबसाइट www.onlinesbi.comसे डाउनलोड फार्म्स लिंक से जो कॉरपोरेट इंटरनेट बैंकिंग के होम पेज के ऊपरी हिस्से में रखा गया है से डाउनलोड किया जा सकता है। पूर्णतः भरे गए फार्म बोर्ड के संकल्प सहित, जहां अपेक्षित हो, शाखा को प्रस्तुत किए जाने चाहिए। .
सीआईएनबी के विभिन्न संभावित भूमिका निभाने वालों की सूची निम्नानुसार हैः
ए.रेगुलेटर - रेगुलेटर की भूमिका सिर्फ विस्तार सुविधा में है। वह कॉरपोरेट के कार्यपालक नियंत्रक है। वे सीआईएनबी में कॉरपोरेट के समग्र प्रोफाइल को परिभाषित करते है। उन्हें सीआईएनबी में किसी भी खाते को देखने या लेन-देन करने की अनुमति नहीं है।
बी. एडमिनिस्ट्रेटर - एडमिनिस्ट्रेटर की भूमिका खाता प्लस, व्यापार तथा विस्तार में अनिवार्य है। वे कारपोरेट के एक्ज्क्युटिव कंट्रोलर का काम करते है। वे अन्य यूसरों का सृजन करते हैं तथा कॉरपोरेट के खातों के लिए उन्हें ऐक्सेस का अधिकार देते है। वे इन खातों के संबंध में लेन-देन करने के उनके वित्तीय अधिकारों को भी परिभाषित करते है।
सी. इन्क्वायरर - ये केवल एडमिनिस्ट्रेटर द्वारा उनको मैप किए गए खातों को देख सकते है और स्टेटमेंट डाउनलोड कर सकते है।
डी. मेकर - वे लेन-देन का सृजन करते है। यह भूमिका व्यापार तथा विस्तार के लिए लागू है।
ई. आथराइसर - मेकर द्वारा सृजित लेन-देन को वे आथराइस करते है। उनकी आथराइसर अधिकार एडमिनिस्ट्रेटर द्वारा परिभाषित की जाती है। यह भूमिका भी व्यापार तथा विस्तार के लिए लागू है।
एफ. अपलोडर - यह व्यापार और विस्तार की एक वैकल्पिक भूमिका है। वे थोक लेन-देनों की फाइलों को जो पूर्व-परिभाषित फाइल संरचना में है को अपलोड करते है।
जी. आडिटर - यह विस्तार की एक वैकल्पिक भूमिका है। वे लेन-देनों का पुनः अवलोकन करते हैं और कार्योपरांत उसकी जांच करते हैं ।
एच. अप्रूवर - यह विस्तार की एक वैकल्पिक भूमिका है। अप्रूवर प्राधिकृत करने से पहले उसकी जांच करते है।
आई. सूपर एनक्वायरर - वे कॉरपोरेट का किसी भी शाखा में रखे गए खाते को देखने का अधिकार रखते है। यह भूमिका भी वैकल्पिक है।
शाखा कॉरपोरेट आईडी का सृजन करके निम्नलिखित कॉरपोरेट भूमिका धारकों के यूसर आईडी एवं पासवर्ड देगीः
- i) विस्तार - रेगुलेटर एवंएडमिनिसट्रेटर
- ii) व्यापार और खाता प्लस : एडमिनिसट्रेटर
- iii) खाता और सरल : यूसर
हाँ। . यूसर आईडी एवं पासवर्ड को प्रि-प्रिंटेड किट के माध्यम से संबंधित यूसर को उसकी पावती पर दिया जा सकता है। https://corp.onlinesbi.com/corpuser/login.htm लॉगिन पेज लिंक पर क्लिक करें “नई उपयोगकर्ता सक्रियकरण
हाँ।. यदि आप सीआईएनबी को सिर्फ पूछताछ के लिए उपयोग करना चाहते है तो आप खाता सुविधा का लाभ ले सकते है।
हाँ।.आप सरल सुविधा का लाभ ले सकते है। उपर्युक्त प्रश्न क्र.3 में बताएँ गए अनुसार यह एक एकल यूसर लेन-देन उत्पाद है। ।
सरल में निम्नलिखित लेन-देन संभव हैः
- ्रति दिन रु. 5.00 लाख तक अपने खातों के बीच तथा अन्य पक्ष के खातों में निधि अंतरण
- ्रति दिन रु. 5.00 लाख तक अंतरा एवं अंतर बैंक भुगतान
- प्रत्यक्ष (सीबीडीटी), अप्रत्यक्ष (सीबीईसी, सीमाशुल्क इत्यादि) तथा राज्य सरकार के करों का भुगतान। सीबीडीटी एवं सीबीईसी कर भुगतानों के लिए प्रति दिन लेन-देन की सीमा 2 करोड़ रुपए है तथा अन्य करों के भुगतान के लिए ऊपरी सीमा 10 लाख रुपए है।
- व्यापारी लेनदेन
आप व्यापार सुविधा ले सकते है। इस उत्पाद में लेन-देन के अधिकार है। तथापि यदि आप सीआईएनबी सुविधा का मात्र पूछताछ के लिए उपयोग करना चाहते है तो आप खाता प्लस का विकल्प चुन सकते है।
खाता सुविधा को लेन-देन सुविधायुक्त अन्य उत्पादों में बदला नहीं जा सकता है। तथापि जिन कॉरपोरेटों ने खाता सुविधा लिया है, वे अपनी संरचना तथा आवश्यकताओं के अनुसार शाखा से खाता सुविधा को असक्रिय करने का अनुरोध करने के बाद सरल, व्यापार या विस्तार के लिए पंजीकृत करा सकते है।
हाँ।. खाता प्लस को व्यापार या विस्तार में अपग्रेड किया जा सकता है। इन दोनों उत्पादों में लेन-देन का अधिकार उपलब्ध है। अपग्रेड शाखा द्वारा किया जाएगा। /p>
हाँ।. खाता प्लस (मात्र पूछताछ) तथा विस्तार सुविधाओं में एक कॉरपोरेट आईडी के साथ विभिन्न शाखाओं के खातों को मैप करने की सुविधा है। .
हाँ।. खाता प्लस (मात्र पूछताछ) तथा विस्तार (लेन-देन सुविधा) के तहत कॉरपोरेट‘मल्टिपल एडमिन मोड’ का विकल्प चुन सकते है। विभिन्न ईकाइयों के खाते उनके संबंधित एडमिनिस्ट्रेटर के साथ मैप किए जा सकते है।
हमारे उपर्युक्त लेन-देन उत्पादों में निम्नलिखित सुविधाएं/ लेन-देन के प्रकार को सुगम कराया गया है:
- एसबीआई में स्वयं या अन्य पक्ष खातों के बीच निधि अंतरण (अंतरा बैंक निधि अंतरण)
- आरटीजीएस/ एनईएफटी (अंतर बैंक निधि अंतरण) द्वारा अन्य बैंक के लाभार्थी खातों में निधि अंतरण
- ड्राफ्ट जारी करने का अनुरोध
- पंजीकृत आपूर्तिकर्ताओं को भुगतान
- विभिन्न करों का भुगतान (प्रत्यक्ष, अप्रत्यक्ष तथा राज्य)
- लेन-देन क्रमबद्ध करने की सुविधा
- प्रिपेड कार्डों का टॉप-अप
- डीमेट होल्डिंग स्टेटमेंट का अवलोकन तथा डाउनलोड करना
- एमआईएस/ रिवर्स फाइल सुविधा (रिपोर्ट जनरेट करना)
- वेतन, कर, प्रि-पेड कार्ड टाप-अप, बिल, अंतरा तथा अंतर बैंक लाभार्थियों को धन-प्रेषण जैसे भुगतानों के लिए बल्क अप-लोड की सुविधा
- ई-कलेक्शन सुविधा
- डायरेक्ट डेबिट सुविधा (पुल मोड)
- इलेक्ट्रानिक डीलर तथा वेंडर फिनांस
- एसबा के माध्यम से आईपीओ अंशदान की सुविधा
- ‘करेंसी फीचर्स’ के लिए ऑनलाइन ट्रेडिंग की सुविधा
- कर्मचारी भविष्य निधि अंशदान के ऑनलाइन भुगतान की सुविधाn
हाँ. सीआईएनबी में कारपोरेटों को अपने बैंकिंग खातों के आंतरिक यूसर्स के बीच यूसर ऐक्सेस को नियमित करने तथा बैंकिंग लेन-देन अनुमतियों का प्रबंध करने तथा उनकी निगरानी करने की सुविधा देता है।
हाँ।. सीआईएनबी की प्रमुख सुरक्षा विशेषता यह है कि वह मेकर तथा चेकर की संकल्पना पर आधारित है। लेन-देन मेकर नामक एक यूसर द्वारा सृजित किए जाते है तथा एक या उससे अधिक प्राधिकारियों से प्राधिकृत किया जाता है।
हाँ।. विस्तार सुविधा में विशिष्ट ‘आडिटर’ भूमिका का प्रावधान है जो लेन-देनों के पोस्ट होने के बाद लेखापरीक्षा के लिए उनका अवलोकन करते है।तथापि यह एक वैकल्पिक भूमिका है।
हाँ।. कॉरपोरेट अडमिन को संशोधित करने, निकालने, असक्रिय करने, पुनः सक्रिय करने का अधिकार है।
हाँ।. वे कॉरपोरेट जिंहोने व्यापार अथवा विस्तार उत्पाद लिया है, अंतरा तथा अंतर बैंक लेन-देनों, वेतन भुगतान, वेंडर भुगतान, बिल भुगतान, कर भुगतान इत्यादि जैसे विभिन्न प्रकार के लेन-देनों के लिए थोक अपलोड सुविधा का उपयोग कर सकते है।
हाँ।. फाइल मोड में एनईएफटी/ आरटीजीएस लेन-देनों को किया जा सकता है।
हाँ।. अंतरा बैंक, एनईएफटी तथा आरटीजीएस लेन-देनों में एक नामे और अधिक जमा फाइल प्रारूप संभव है।
हाँ।. सिमेट्रिक की अथवा एसिमेट्रिक की (पीकेआई) दोनों द्वारा एनक्रिपट किए गए फाइल अपलोड किए जा सकते है।
प्रत्यक्ष कर (ओएलटीएएस) का भुगतान, उत्पाद शुल्क भुगतान, सीमा शुल्क, रेल्वे माल भाड़ा, डीजीएफटी को ऑनलाइन माध्यम से लाइसेंस शुल्क का भुगतान, विभिन्न राज्य सरकार करों का भुगतान सीआईएनबी के माध्यम से संभव है।
हाँ।. कॉरपोरेट सीआईएनबी का उपयोग करके पंजीकृत आपूर्तिकर्ताओं को ऑनलाइन माध्यम से भुगतान किया जा सकता है। डीलर कॉरपोरेट के अडमिनिस्ट्रटर आपूर्तिकर्ता को सीआईएनबी के उपयुक्त मेनु के माध्यम से मैप करेंगे। आपूर्तिकर्ता कॉरपोरेट को इसका अनुमोदन करना है। अनुमोदन के बाद आपूर्तिकर्ताओं के भुगतान किए जा सकेंगे।
सीआईएनबी में डायरेक्ट डेबिट द्वारा डीलरों से प्राप्य राशि का ई-कलेक्शन करने की सुविधा है जिसमें विस्तार सुविधायुक्त आपूर्तिकर्ता कॉरपोरेटविभिन्न शाखाओं में मौजूद अपने डीलरों के खातों को सीधे नामे कर सकता है।
इस सुविधा के लिए कॉरपोरेट को बैंक के साथ द्विपक्षीय करार करना है। इसके आधार पर डीलर द्वारा आपूर्तिकर्ता को किसी निर्धारित ऊपरी सीमा राशि तथा अवधि तक नामे करने के लिए अधिदेश दिया जाता है।
हाँ।. प्रतिष्ठित शिक्षा संस्थान जिंहोने सीआईएनबी के व्यापारया विस्तार उत्पाद लिया है वे आई-कलेक्ट से शुल्क जमा करा सकते है।
हाँ।. ्रतिष्ठित संस्थान जिंहोने सीआईएनबी के व्यापार या विस्तार उत्पाद लिया है वे आई-कलेक्ट से दान जमा करा सकते है।
हाँ।. गैर-एजेंसी बैंक विस्तार सुविधा के लिए पंजीकरण कर सकते है तथा फाइल आधारित लेन-देन के रूप में कर का भुगतान कर सकते है। कृपया नोट करें कि गैर-एजेंसी बैंक सीआईएनबी में किसी अन्य प्रकार के लेन-देन नहीं कर सकते है।
Last Updated On : Tuesday, 17-12-2019
ब्याज दर
2.70% प्रति वर्ष.
10 करोड़ रुपए से कम, 15.10.2022 से प्रभावी
3.00% प्रति वर्ष.
10 करोड़ रुपए व अधिक, 15.10.2022 से प्रभावी
2.70% प्रति वर्ष.
रु 10 करोड़ से कम शेष राशि
3.00% प्रति वर्ष.
रु 10 करोड़ और अधिक शेष राशि
7.00%
2 वर्ष से 3 वर्ष से कम तक
6.50%
5 वर्ष से अधिक और 10 वर्ष तक